सार
कोरोना के साथ ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए लखनऊ जिला प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने सभी डाक्टरों, कर्मचारियों और अफसरों की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं। शनिवार को एक आपात बैठक में डीएम ने कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश दिए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एक तरफ ओमिक्रॉन (Omicron) का डर सता रहा है। वहीं, दूसरी ओर कोरोना (corona) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे् हैं और इनमें भी सबसे अधिक मामले राजधानी लखनऊ (Lucknow) से निकल कर सामने आ रहे हैं। लिहाजा, अब लखनऊ का स्वास्थ्य विभाग (Lucknow health department) और जिला प्रशासन (District administration) पूरी तरह अलर्ट मोड़ पर आ गया है। कोरोना संक्रमण की दर में वृद्वि और ओमिक्रॉनकी प्रदेश में दस्तक को देखते हुए जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश (DM Abhishek Prakash) ने सभी डाक्टरों, कर्मचारियों और अफसरों की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं। शनिवार को एक आपात बैठक में डीएम ने कोविड प्रोटोकाल (Covid Protocol) का कड़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कोविड की तीसरी लहर (Corona third wave) के मद्देनजर इंट्रीग्रेटेड कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में डाक्टरों व प्रशासनिक नोडल अधिकारियों की ड्यूटी पूर्व की भांति शिफ्ट में लगाने के लिए कहा है।
डीएम ने कहा कि हर प्रकार से सबको मिलकर कोरोना संक्रमण को रोकना है। कोविड प्रबंधन के लिए पूर्व में जो व्यवस्थाएं की गई थी उन्हें तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए हैं। आलमबाग, अलीगंज, सिल्वर जुबली व सरोजनीनगर समेत अन्य क्षेत्रों को रेड जोन में रखा गया है। इन क्षेत्रों में सघन सर्विलांस, सेनेटाइजेशन व बैरिकेडिंग की कार्यवाही के लिए कहा गया है। रविवार शाम छह बजे से सभी सीएचसी पर पहले की तरह व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने सर्विलांस की टीमों की संख्या को तत्काल प्रभाव से दोगुना करने के निर्देश दिए। उन्होंने पब्लिक एड्रेस सिस्टम से टीकाकरण के संबंध में प्रचार प्रसार के लिए कहा। इसके साथ ही सभी अस्पतालों में कोविड वार्ड शुरू करने, पूर्व में बनाई गई इंसिडेंट कमांडर की टीमों को तत्काल सक्रिय करने और जीरो टालरेंस नीति पर काम करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी व अपर जिलाधिकारी पूर्वी व ट्रांस गोमती समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बीते दिनों कोरोना महामारी से हालात सुधरने के बाद एक बार फिर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कोरोना वायरस (Corona virus) का संक्रमण बढ़ रहा है। तीन महीने बाद शनिवार को कोरोना से संक्रमित 33 नए मरीज मिले। इससे पहले इतने रोगी 14 सितंबर को मिले थे। सबसे ज्यादा 13 रोगी लखनऊ में मिले हैं। मुजफ्फरनगर में चार, गौतमबुद्ध नगर व वाराणसी तीन-तीन, प्रयागराज व रायबरेली में दो-दो और सहारनपुर, अलीगढ़, बरेली, कानपुर, जालौन व बागपत में एक-एक रोगी मिला है। वहीं आठ मरीज स्वस्थ हुए हैं और अब सक्रिय केस बढ़कर 189 हो गए हैं। सामने आ रहे कोरोना संक्रमितों के मामलों को देखते हुए यूपी का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट हो गया है।