सार
लखनऊ में महिला टीचर गैंगरेप केस में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में लापरवाही बरतने पर हुसड़िया चौकी इंचार्ज को भी निलंबित कर दिया गया है।
लखनऊ: विभूतिखंड थाना क्षेत्र अंतर्गत हुई गैंगरेप की घटना के बाद लापरवाही बरतने वाले हुसड़िया चौंकी इंचार्ज हुसैन अब्बास को निलंबित कर दिया गया है। 15 अक्टूबर को ट्यूशन पढ़ाकर वापस आ रही महिला टीचर के साथ ऑटो ड्राइवर और उसके साथी ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी पीड़िता को हुसड़िया चौराहे पर ही फेंककर फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी आकाश तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरे आरोपी की तलाश में पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है।
लापरवाही पर निलंबित हुए चौकी इंचार्ज
मामले में पीड़िता की शिकायत के बाद भी स्थानीय पुलिस ने घटना पर ध्यान नहीं दिया और लापरवाही बरती। इसी वजह के चलते चौकी इंचार्ज को निलंबित किया गया है। इसी के साथ एडीसीपी ईस्ट को मामले की जांच कर अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। पीड़िता ने बताया था कि वह वारदात के बाद घंटों तक तीन थानों के चक्कर लगाती रही। हालांकि पुलिस ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की। इसके बाद जब अगले दिन रविवार को घटना चर्चाओं में आई तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर उसे मेडिकल के लिए भेजा।
शोर मचाने पर महिला टीचर के सिर पर किया गया वार
लखनऊ में हुई इस वारदात के बाद कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। पहले आरोपियों ने महिला टीचर को किडनैप किया और फिर मॉल के पीछे झाड़ियों में ले जाकर इस वारदात को अंजाम दिया। किडनैप के दौरान जब वह ऑटो में शोर मचाने लगी तो उसके सिर पर भारी चीज से वार कर बेहोश भी किया गया। पीड़िता के अनुसार वह रोजाना चिनहट के फायर स्टेशन के पास ट्यूशन के लिए जाती थी। शनिवार की शाम को भी वह रोजाना की तरह ऑटो के इंतजार में खड़ी थी। इस बीच ऑटो चालक ने चारबाग जाने को पूछा तो वह उसमें बैठ गई। ऑटो में दो लोग बैठे हुए थे। इसमें एक ड्राइवर था और एक अन्य युवक। कुछ दूरी चलने के बाद जब ऑटो शहीद पथ की ओर मोड़ा गया तो महिला टीचर ने विरोध किया। विरोध के बीच ऑटो ड्राइवर ने सवारी लेने की बात कही। हालांकि बाद में जब पीड़िता चिल्लाने लगी तो उसके सिर पर वार कर बेहोश कर दिया गया। इसके बाद अंधेरे में ले जाकर पीड़िता के साथ बलात्कार किया गया।