सार

लखनऊ के मोतीनगर स्थित अपना घर आश्रम में संवासिनी की मौत मामले में जांच लगातार जारी है। इस बीच एक कमेटी का भी गठन किया गया है। मामले की छानबीन के दौरान कई चीजें निकलकर सामने आ रही हैं। 

लखनऊ: राजधानी के नाका के मोती नगर स्थित अपना घर आश्रम में संवासिनी की मौत के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। पिटाई की बाद हुई मौत के मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर कमेटी का गठन भी किया गया है। मामले में अभी तक जांच को पुलिस की टीम कर रही थी। हालांकि इसकी उच्चस्तरीय जांच की भी मांग उठ रही थी। जिसके बाद मामले में डीएम ने कमेटी का गठन किया है। मामले में जारी जांच के बीच मंगलवार को इंस्पेक्टर नाका मनोज कुमार मिश्र, महिला पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे।

मजिस्ट्रियल जांच के बाद तथ्यों के आधार पर कार्रवाई
जांच के लिए पहुंची पुलिस टीम ने वहां पर अधीक्षिका के बयान दर्ज किए। इस बीच वहां से संवासिनी से संबंधित दस्तावेज लिए गए। इस मामले के सामने आने के बाद जिला प्रोवेशन अधिकारी द्वारा नामित आशा ज्योति केंद्र की अधीक्षिका अर्चना सिंह पहुंची। उनके द्वारा भी वहां पूरे मामले की जांच शुरू की गई। इस मामले को लेकर जिला प्रोवेशन अधिकारी विकास सिंह की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि संवासिनी की मौत का संज्ञान लिया गया है। इसी के साथ इस पूरे मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी की ओर से निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर ही मामले में मजिस्ट्रियल जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। मामले में मजिस्ट्रियल जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई होगी। 

आपस में लड़ाई के बाद लगी चोट
वहीं मामले में आशाज्योति केंद्र की अधीक्षिका अर्चना सिंह की ओर से भी मामले को जांच के लिए भेजा गया है। मामले को लेकर अधीक्षिका अर्चना सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि एक महिला दारोगा के साथ अपना घर आश्रम पहुंची। वहां पर उनके द्वारा जांच की गई। यहां मानसिक मंदित संवासिनियां निवास करती हैं। उन्होंने कहा कि 23 वर्षीय संवासिनी बहुत ही हाईपर थी। शनिवार को सुबह ही वह परिसर से भागने का प्रयास करने लगी। इस बीच जब उसे रोकने का प्रयास किया गया तो वह कुछ संवासिनी से लड़ाई करने लगी। इस बीच मारपीट हुई और उसे चोट भी लगी। मामले में अधीक्षिका और स्टाफ ने बीच-बचाव करवाया।  

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