सार
यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव को लेकर मेदांता अस्पताल ने शुक्रवार को उनका हेल्थ बुलेटिन जारी किया है। जिसमें बताया गया है कि नेताजी की किडनी में संक्रमण की समस्या बढ़ गई है और उनके स्वास्थ्य में गिरावट दर्ज की गई है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के स्वास्थ्य में और गिरावट दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि किडनी में संक्रमण की समस्या बढ़ गई है। जिसके बाद उन्हें इस समस्या के संबंध में सबसे बेहतर एडवांस सपोर्ट पर रखा गया है और इलाज किया जा रहा है। मुलायम सिंह लगातार डॉक्टरों की निगरानी में बने हुए हैं। इस बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी सपा संरक्षक का हाल जानने मेदांता अस्पताल पहुंचे। उनसे पहले शुक्रवार को यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मेदांता अस्पताल पहुंचकर मुलायम सिंह का हालचाल जाना है। इसके बाद डिप्टी सीएम ने डॉक्टरों और नेताजी के परिवार से भी मुलाकात की। उन्होंने विश्वाय जताया कि जल्द ही मुलायम सिंह स्वस्थ होकर हम सबके बीच होंगे।
मेदांता अस्पताल ने जारी किया हेल्थ बुलेटिन
वहीं पिता की सेहत की जानकारी लेने अखिलेश यादव भी अस्पताल पहुंचे। मेदांता अस्पताल की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए हेल्थ बुलेटिन में कहा गया कि मुलायम सिंह यादव की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है और वह जीवन रक्षक दवाओं पर हैं। बताया जा रहा है कि डॉक्टरों के लगातार प्रयास किए जाने के बाद भी मुलायम सिंह की सेहत में कोई खास सुधार होता नहीं दिखाई दे रहा है। विशेषज्ञों की एक व्यापक टीम द्वारा मेदांता अस्पताल के आईसीयू में इलाज किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, उनकी किडनी में संक्रमण फैल गया है। जिससे कि उनके शरीर क्रिएटनिन लेवल बार-बार अनियंत्रित हो रहा है।
ICU में किसी जाने की नहीं है अनुमति
इसलिए उन्हें CCRT सपोर्ट पर रखा गया है। इस प्रक्रिया में किडनी के रिकवर होने के ज्यादा चांस होते हैं।वहीं मुलायम सिंह यादव का हालचाल लेने के लिए कार्यकर्ताओं और नेताओं की भीड़ अस्पताल में उमड़ रही है। ऐसे में परिवार वालों ने अपील किया था कि नेताजी ठीक हैं। अस्पताल में लोग उनसे मिलने ना आएं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अस्पताल में ही रुके हैं। इस दौरान जो भी नेता मुलायम सिंह का हालचाल लेने के लिए अस्पताल पहुंचे हैं उनकी खास तौर पर अखिलेश यादव से मुलाकात हुई है। बताया जा रहा है कि मुलायम सिंह के सघन चिकित्सा कक्ष तक जाने की अनुमति किसी को भी नहीं है।