सार
मेरठ में लाइट और साउंड शो सीएम योगी आदित्यनाथ के जाने के साथ ही फिर से बंद हो गया। इस बीच क्रांति पथ पर भी कब्जा देखा गया। जिसके बाद मामले को लेकर पर्यटन अधिकारी ने कार्रवाई की बात कही है।
मेरठ: सीएम योगी आदित्यनाथ के शहर से जाते ही लाइट एंड साउंड शो पर ताला जड़ दिया गया। ऐसा इस वजह से हुआ क्योंकि अभी तक ये तय ही नहीं हो पाया कि यह शहर के लोगों के लिए किस दिन और किस समय पर चलेगा। इस बीच तकरीबन 50 लाख रुपए खर्च कर बनाए गए आधे-अधूरे क्रांति पर भी अवैध दुकानें फिर से सजी हुई नजर आईं।
लंबे इंतजार के बाद हुई थी शुरुआत
दरअसल शहर वासियों ने शहीद स्मारक में लाइट एंड साउंड शो के लिए तकरीबन छह वर्षों का लंबा इंतजार किया है। लेकिन इसका लाभ वह कब उठा पाएंगे इसको लेकर अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया। लिहाजा इसे फिर बंद कर दिया गया। मंगलवार को यहां 35 मिनट की डॉक्युमेंट्री में 1857 का इतिहास जरूर दिखाया गया। उसके बाद यह ही नहीं तय था कि इसके चलने का समय क्या होगा और टिकट व किस विभाग की क्या जिम्मेदारी होगी। लिहाजा फिर उस पर ताला जड़ दिया गया। वहीं जिस पत्थर को लगाकर इसका लोकार्पण किया गया था उसे भी तय स्थान पर नहीं लगाया गया था। इसके चलते ही स्टैंड लगाकर लोकार्पण पत्थर को रख दिया गया।
सीएम की रवानगी के बाद फिर दिखा वही हाल
हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ के दौरे से पहले यहां सब व्यवस्थाएं पूरी तरह से चाक चौबंद थी। लेकिन जैसे ही उनकी रवानगी शहर से हुई तो फिर से सब कुछ पुराने ढर्रे पर चलता हुआ दिखाई दिया। भले ही सीएम ने मंगलवार को अपने संबोधन में अफसरों को निर्देश दिया था कि जिन योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हो रहा है उन्हें तय समय में पूरा करे या उनका संचालन करवाए। लेकिन ऐसा होता हुआ दिखाई नहीं पड़ा।
पर्यटन अधिकारी ने कहा-हटवाया जाएगा अवैध कब्जा
वहीं शहीद स्मारक को देखने के लिए कोने-कोने से आने वाले लोगों ने क्रांति पथ को फुटपाथ समझ लिया है। यहां लोग साइकिल, चाय आदि की दुकान लगाकर कब्जा किए बैठे हैं। वहीं मामले को लेकर मेरठ पर्यटन अधिकारी अंजू चौधरी ने कहा कि अभी लाइट एंड साउंड शो के स्थानांतरण को लेकर नगर निगम से बात चल रही है। इसी के साथ उन्होंने क्रांति पथ से अवैध कब्जे हटवाने की भी बात कही।
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