सार

यूपी के जिले मेरठ में कॉलेज के कर्मचारी ने अपने ऑफिस में फांसी लगाकर जान दे दी। डकैती के मामले में पुलिस ने शक के आधार पर उठाया और तीन दिन थाने में बैठा रखा था। उसके बाद पत्नी से बोला कि पूरी इज्जत चली गई, अब कुछ नहीं बचा है।

मेरठ: उत्तर प्रदेश के जिले मेरठ में एक कर्मचारी ने अपनी दफ्तर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल युवक को डकैती के मामले में पुलिस ने शक के आधार पर उठाया और तीन दिन थाने में बैठा रखा था। उसके बाद से वह डिप्रेशन में चल रहा था। मृतक ने घर आने के बाद पत्नी से कहा था कि पुलिस दोबारा पूछताछ के लिए ले गई तो क्या होगा। थाने जाते ही पूरी इज्जत मिट्टी में मिल गई। सब कुछ चला गया, अब कुछ नहीं बचा। अब परिवार का क्या होगा। उसके बाद युवक ने खुद के ऑफिस में जाकर सुसाइड कर लिया।

थाने से वापस आकर कर्मचारी ने पत्नी से बोला था यह सब
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के इंचोली थाना क्षेत्र के बीटा गांव का है। यहां के निवासी फेरम सिंह राणा गंगानगर एफ ब्लॉक में परिवार के साथ रह रहे थे। वह मेरठ कॉलेज में कर्मचारी के साथ-साथ प्रॉपर्टी डीलिंग का कार्य भी करते थे। फेरम सिंह राणा के परिवार में पत्नी गीता, तीन बेटे प्रणव (12), हिमांशु (11) और कार्तिक (9) हैं। बड़े भाई आजाद राणा, भतीजे प्रिंस और उसका भाई है। पड़ोसियों का कहना है कि थाने से आने के बाद से फेरम किसी से बात नहीं करता था। वह बहुत गुमसुम रहता था। उसके मुंह से सिर्फ इतना ही निकलता था कि थाने जाकर सारी इज्जत चली गई। लोग मुझे अपराधी समझेंगे और अब कुछ नहीं बचा।

युवक ने बच्चों से 5 मिनट बाद घर आने को था बोला
पड़ोसियों का कहना यह भी है कि थाने से आने के बाद न किसी से, न अच्छे से खाना और न सो पा रहा था। दूसरी ओर मृतक पत्नी गीता का कहना है कि वह बच्चों से 5 मिनट में घर लौटने की बात कह रहे थे। मगर, काफी देर तक वह घर नहीं आए। फोन भी नहीं उठा तो चिंता हुई। इसके बाद परिवार के सभी लोग ऑफिस गए तो देखा उनका शव लटका मिला। मृतक की मौत से उसके घरवाले, रिश्तदारों से लेकर स्थानीय लोगों में पुलिस के लिए काफी गुस्सा है। इसके अलावा गुर्जर समाज भी पुलिस की इस कार्यप्रणाली से नाराज है। पुलिस का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया तो मौके पर चार थानों की फोर्स बुलानी पड़ी। 

मृतक के घरवालों ने पुलिस को लेकर बोली ये बात
गुर्जर समाज मृतक युवक फेरम को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन की तैयारी में है। फेरम के घरवालों का कहना है कि ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने भी पुलिस को फोन कर फेरम सिंह की साफ छवि की बात कही थी। राज्यमंत्री दिनेश खटीक, सरधना विधायक अतुल प्रधान ने भी बताया था मगर उन्हें छोड़ा नहीं गया। रविवार को गंगानगर के पार्षद गुलवीर के साथ बिरादरी के तमाम लोग थाने पहुंचे और घेराव किया। ज्ञात हो की पांच दिन पहले अमन विहार क्षेत्र में सपा नेता श्रवण कुमार के यहां सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर डकैती पड़ी थी। लुटेरे घर में आए और नेता को बंधक बनाकर 8 लाख की लूट करके फरार हो गए। सपा नेता, पूर्व मंत्री वर्तमान किठौर विधायक शाहिद मंजूर का करीबी है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई। इसी मामले में पुलिस ने शक के आधार पर मृतक युवक को थाने में बुलाया था।

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