सार

यूपी के मिर्जापुर में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग के बाद 120 बकरियां झुलस गई। इस बीच पशुपालक के झुलसने की बात भी सामने आ रही है। मामले में गांव के ही तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है। 

मिर्जापुर: भरपुरा गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में मड़हे में आग लगने का मामला सामने आया। इस घटना के बाद 120 बकरियां, 2 पड़िया और 3 पड़वा की मौत हो गई। इस बीच तीन भैंस, 2 पड़िया और पशुपालक भी गंभीर रूप से झुलस गए। आग लगने की जानकारी मिलने के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया। फायरब्रिगेड की मदद से तकरीबन तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। 

पशुपालक की नींद खुली तो लपटों से घिरा था मड़हा 
इस मामले को लेकर पशुपालक नजीर की ओर से पड़ोस के रहने वाले परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई है। पड़ोसी परिवार में पिता, पुत्र और पुत्री पर आरोप लगा है कि साजिश के तहत ही आग लगाई गई थी। वहीं सीओ सदर शैलेंद्र सिंह ने इस मामले में घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा भी लिया। भरपुर गांव निवासी नजीर अपने मड़हा के सामने ही मकान के बाहर टीनशेड में सो रहा था। अचानक ही रात तकरीबन दो बजे मड़हे में आग लग गई। पशुओं की आवाज सुनने के बाद नजीर की नींद खुली। आग की लपटों से मड़हे को घिरा देख वह अवाक रह गया। शोर मचाया तो आसपास के लोग भी जुट गए। आग बुझाने का काफी प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली।

तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जांच जारी
इस बीच बकरियों को बचाने के लिए नजीर जब मड़हा का दरवाजा खोलने गया तो वह भी झुलस गया। मौके से यूपी 112 को फोन कर पुलिस और फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। जब तक आग बुझ पाती उससे पहले ही मड़हे में बंधी 120 बकरियां, 3 पड़वा और 2 पड़िया झुलस चुके थे। मामले को लेकर थाना प्रभारी माधव सिंह की ओर से जानकारी दी गई कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शिकायत में बुद्धू, उनकी पुत्री और पुत्र कलाम का नाम शामिल है। मामले को लेकर पड़ताल की जा रही है। 

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