सार
एक लाख का इनामी खनन माफिया व यूपी पुलिस पर हमला करने वाला जफर अली शनिवार की सुबह मुठभेड़ में अरेस्ट हुआ। आरोपी ने अपने साथियों साथ तीन दिन पहले पुलिस टीम पर उसने गोलियां बरसाई थीं, जिसमें 6 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के जिले मुरादाबाद पुलिस ने मुठभेड़ के बाद एक लाख रुपए के इनामी खनन माफिया जफर को गिरफ्तार कर लिया है। तीन दिन पहले यूपी पुलिस पर उसने गोलियां बरसाई थीं, जिसमें 6 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। वह उत्तराखंड के उधम सिंह नगर से भरतपुर से भाग गया था। एसएसपी हेमंत कुटियाल ने बताया कि जफर अपना चेहरा छिपाकर दिल्ली भागने की कोशिश कर रहा था, तभी सूचना मिलने पर पुलिस ने कैलसा रोड पर उसे घेरा तो पुलिस पर गोली चला दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में जफर अली के पैर में गोली लगी है।
50 हजार से बढ़ाकर एक लाख की हुई थी इनाम राशि
एसएसपी ने कहा कि जफर पर बीते दिन ही इमान की राशि 50 हजार रुपए से बढ़ाकर एक लाख रुपए की गई थी। वह मुरादाबाद के डिलारी थाना क्षेत्र में कांकरखेड़ा का रहने वाला है। बता दें कि उत्तराखंड के भरतपुर गांव में मुरादाबाद पुलिस टीम पर हमला फरार हुए खनन माफिया पर 50 हजार से एक लाख की राशि का इनाम घोषित किया गया था। बरेली जोने के एडीजी राज कुमार के निर्देश पर जफर की तलाश में दस टीमें लगी थी। इस मामले में ठाकुरद्वारा में पांच नामजद और 150 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने अब तक 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
आरोपी जफर का पीछा करते यूपी पुलिस पहुंची थी उत्तराखंड
दरअसल 12 अक्टूबर की शाम पांच बजे जफर ठाकुरद्वारा में कमालपुरी चौराहे के पास पुलिस और एसओजी पर फायरिंग कर उत्तराखंड सीमा में घुस गया था। यूपी पुलिस उसका पीछा करते हुए उत्तराखंड की सीमा में पहुंच गई थी। इसी दौरान आरोपी जफर उत्तराखंड के भरतपुर गांव में गुरताज सिंह भुल्लर के मकान में घुस गया था। यहां भी यूपी पुलिस पहुंच गई थी तो टीम पर हमला किया गया। पुलिस अफसरों का दावा है कि यहां जफर, मकान स्वामी गुरताज सिंह भुल्लर, उसके पिता और चाचा समेत अज्ञात लोगों ने टीम पर हमला कर दिया था। उसके बाद जफर मौके से फरार हो गया था।