सार

अपने नेताओं के बेतुके बयानों को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहने वाली कांग्रेस ने अब अपने कम्युनिकेशन स्तर को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है। विधान सभा चुनाव से ठीक पहले जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए पार्टी प्रवक्ताओं का चयन कर रही है। जिसके लिए पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों ने प्रवक्ता पद की इच्छा रखने वाले कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के सामने लिखित परीक्षा की चुनौती रखी है। जिसे पार करने के बाद ही पार्टी प्रवक्ता नियुक्त करेगी। 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha chunav 2022) बेहद करीब है। ऐसे में पार्टी की नीतियों और योजनाओं को सही ढंग से जनता के बीच पहुंचाने में प्रवक्ताओं (spokeperson) का अहम रोल होता है। बावजूद इसके श्रोताओं की ओर से की जा रही उल जलूल बयान बाजी का खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ता है। लेकिन अब अपने नेताओं के बेतुके बयानों को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहने वाली कांग्रेस (congress) ने अब अपने कम्युनिकेशन स्तर को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए पार्टी प्रवक्ताओं का चयन कर रही है।

लिखित परीक्षा के बाद होगा प्रवक्ताओं का चयन
मिली जानकारी के अनुसार, पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों ने प्रवक्ता पद की इच्छा रखने वाले कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियों के सामने लिखित परीक्षा की चुनौती रखी है। जिसे पार करने के बाद ही पार्टी प्रवक्ता नियुक्त करेगी। पार्टी ने अपनी ये कवायद जिला स्तर पर शुरू कर दी है।

मीडिया के जरिए जनता तक अपनी बात पहुचांने के लिए कांग्रेस अब नए तरीके से अपने जिला प्रवक्ता का चयन कर रही है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक व प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी जिला कांग्रेस कार्यालय प्रवक्ता चयन के लिए एक परीक्षा व साक्षात्कार लेंगे। परीक्षा और साक्षात्कार के बाद गुरुवार दोपहर को पार्टी कार्यालय पक एक पत्रकार वार्ता के जरिए पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी आगे की योजना बताएंगे।