सार
प्रधानमंत्री ने पूछा कि लॉकडाउन का पालन हो रहा है न? कहा कि आसपास कोई भूखा न रहने पाए। एक दूसरे की मदद करते रहिए। किसी का उत्साह भी कम नहीं होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने नेताओं से आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराने की सलाह दी।
वाराणसी (Uttar Pradesh) । कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए देशभर में लॉकडाउन है। समय-समय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों से मन की बात कर रहे हैं। साथ ही बीच-बीच में प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों का भी हाल-चाल ले रहे हैं। इसी बीच पीएम ने सात भाजपा नेताओं से बात की है। उनसे वाराणसी का हाल जाना। बात करने वाले नेताओं के मुताबिक पीएम ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में लोगों का उत्साह कम नहीं होना चाहिए। कोई भूख न रहे, इसलिए मदद करते रहिए। मॉस्क न हो तो गमछा का इस्तेमाल होना चाहिए। बता दें कि वाराणसी में अब तक 14 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनमें एक की मौत हो चुकी है, जबकि दो मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराने की दी सलाह
प्रधानमंत्री ने काशीवासियों का हाल चाल लिया। पूछा कि लॉकडाउन का पालन हो रहा है न? कहा कि आसपास कोई भूखा न रहने पाए, एक दूसरे की मदद करते रहिए। किसी का उत्साह भी कम नहीं होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने नेताओं से आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराने की सलाह दी।
इनके की बात
पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार रात फोन किया था। इस दौरान सात भाजपा नेताओं से बातचीत की थी। इनमें महापौर मृदुला जयसवाल, काशी क्षेत्र अध्यक्ष भाजपा महेश चंद्र श्रीवास्तव, प्रदेश सह कोषाध्यक्ष मनीष कपूर, प्रदेश मंत्री शंकर गिरी, काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, महामंत्री अशोक चौरसिया, मंत्री अशोक तिवारी शामिल हैं।
तीन मई तक धारा 144 प्रभावी
कोरोना की चेन तोड़ने के लिए वाराणसी में धारा 144 तीन मई तक प्रभावी है। सुबह 10 बजे तक फल, सब्जी, दूध और अनाज/गल्ला, पोल्ट्री व अंडा, कृषि संबंधी बीज, संयंत्र, रसायन, उर्वरक, पशु चारा की दुकानों को खोलने की छूट है, जबकि दवा की दुकानें दोपहर 12 बजे तक खुलती हैं। सामानों की होम डिलीवरी शाम छह बजे तक किया जाता है।
यह भी मिलेगी अनुमति
धारा 144 प्रभावी होने के बाद अधिकारियों के मुताबिक रमजान महीने के दृष्टिगत इफ्तार में प्रयुक्त होने वाली सामग्री यथा-सेवइयां, खमीरी रोटी, बिस्किट, भुजिया, ब्रेड आदि तैयार करने वाली ब्रेकरी को इन सभी खाद्य पदार्थों को बनाने की अनुमति रहेगी। ग्रामीण क्षेत्र में मछली मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
(फाइल फोटो)