सार

प्रतापगढ़ में मोहर्रम के नजदीक आने के साथ ही प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। इस बीच भदरी कोठी के अंदर राजा उदय प्रताप को नजरबंद कर दिया गया है। बाहर पुलिस के साथ ही पीएसी भी तैनात है। 

प्रतापगढ़: मोहर्रम के मौके पर लगाए गए गेट को हटाने की मांग पर राजा उदय प्रताप अभी भी अडिग हैं। उनको शुक्रवार को भी प्रशासन ने भदरी कोठी में नजरबंद करके रखा है। इसके बाद वह रविवार को भी नजरबंद रखे गए। इस बीच शेखपुर में बाहरी लोगों के आने पर रोक लगाते हुए पुलिस ने वहां से जुड़े रास्तों पर नाकेबंदी कर दी। इसी के साथ पुलिस की तमाम टीम भी एलर्ट मोड पर हैं। 

कोठी के बाहर नोटिस किया गया चस्पा
भदरी कोठी के गेट पर भी धारा 144 का हवाला देते हुए नजरबंदी का नोटिस भी चस्पा किया गया है, इसमें रविवार तक आदेश के प्रभावी रहने का जिक्र है। इस बीच कोठी के अंदर भी पुलिस और पीएसी का पहला लगा हुआ है। प्रशासन का प्रयास है कि मुहर्रम तक वह बाहर न निकले औऱ धरना प्रदर्शन न हो। इस बीच पर्व के मद्देनजर शेखपुर में रविवार को सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा में पुलिस लाइन के साथ ही एक प्लाटून पीएसी के जवान भी लगाए गए हैं। वह भदरी कोठी के आसपास नजर रखे हैं। 

बाहरी लोगों का आना-जाना हुआ प्रतिबंधित
मोहर्रम के नजदीक आने के साथ ही प्रशासन भी एलर्ट होता जा रहा है। भदरी कोठी में राजा उदय प्रताप सिंह को नजरबंद करने के बाद प्रशासन ने शेखपुर आशिक में बाहरी लोगों का आना जाना भी रोक दिया है। इसके साथ ही आने-जाने के रास्ते भी सील कर दिए गए हैं। प्रमुख मार्गों पर पुलिस के साथ ही पीएसी भी तैनात कर दी गई है। गांव के बाहर से चारपहिया वाहन क्षेत्र में एंट्री नहीं कर पा रहे हैं। इस सतर्कता को लेकर कोतवाल प्रदीप कुमार का कहना है कि यह सब मोहर्रम के मद्देनजर है। ज्ञात हो कि शेखपुर का मोहर्रम प्रकरण वैसे ही प्रशासन के लिए सिरदर्द बना हुआ है। यह अग्निपरीक्षा है और इसे शांति से निपटने को लेकर तैयारी जारी है। 

राजकीय सम्मान के साथ 'ओली' को गोंडा पुलिस ने दी अंतिम विदाई, नम हुई पुलिसकर्मियों की आंखें