सार

प्रयागराज की दो बेटियों हलीमा और सारा ने इंसानियत की मिशाल पेश की है। उन्होंने तपती धूम में पुलिसकर्मियों को पानी की बोतलों का वितरण कर पत्थरबाजों को आईना दिखाया। उनके इस कार्य की जमकर सराहना हो रही है। 

प्रयागराज: अटाला की जिन गलियों से पथराव, बमबाजी और आगजनी कर फिजाओं में जहर घोलने का काम किया गया था, उन्हीं गलियों में दो बेटियों ने पत्थरबाजों को आईना दिखाया। उन्होंने तपती दुपहरी में अमन-चैन कायम रखने के लिए ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों को पानी पिलाया। उन्होंने इस नेक कार्य के पीछे का मकसद इंसानियत का पैगाम देना बताया।

गलियों में दिन भर गूंजती रही हूटर की आवाज
दोनों ही बेटियों ने अटाला से लेकर नूरुल्लाह रोड तक घूम-घूमकर जवानों को पानी की बोतलें वितरित कीं। उनकी इस पहल को देखने के बाद पुलिसकर्मी और वरिष्ठ अफसर भी काफी ज्यादा प्रभावित हुए। डीएम व एसएसपी ने दोनों को न सिर्फ थैंक्यू कहा बल्कि उन्हें आश्वासन भी दिया कि उनकी जैसी बेटियों की रक्षा के लिए पुलिस-प्रशासन सदैव तत्पर है। शुक्रवार को यहां गलियों में दिनभर हूटर बजते रहें। पुलिस भ्रमणशील दिखी। इस बीच सड़कों पर यह दो बेटियां भी मौजूद थी जो सभी का ध्यान आकर्षित कर रही थीं। 

रोशनबाग की बेटियों ने दिखाया पत्थरबाजों को आईना
मुस्लिम समुदाय की यह दोनों बेटियां पुलिसकर्मियों और आरएएफ के जवानों को पानी के बोतलें बांट रही थीं। इस बीच सभी बच्चियों को देखकर काफी ज्यादा हैरान थे। जब वहां से अधिकारियों की फ्लीट गुजरी तो डीएम संजय कुमार खत्री और एसएसपी अजय कुमार भी उन दोनों बच्चियों को देखकर हैरान रह गए। अधिकारी उन बच्चियों के पास पहुंचे और उनका नाम पूछा। पता चला कि वह दोनों बच्चियां हलीमा व सारा हैं। दोनों ही रोशनबाग की रहने वाली हैं। जिसके बाद अधिकारियों ने उन बच्चियों के कार्यों की सराहना की। दोनों बच्चियों ने बताया कि उनके पिता रेस्टोरेंट चलाते हैं। उन्होंने इस तरह से पानी बांटने के पीछे इंसानियत का पैगाम देना बताया। इसी के साथ कहा कि हिंसा किसी भी तरह से जायज नहीं है। उन्होंने इस दौरान सभी से शांति की अपील भी की और स्थानीय लोगों को भी जागरुक किया। 

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