सार
प्रयाजराज हिंसा के आरोपियों पर योगी सरकार अपना शिकंजा कसती जा रही है। जावेद पंप के बाद अब एआईएमआईएम नेता शाह आलम का घर भी बुलडोज़र की ज़द में आने वाला है। इसको लेकर प्राशन ने नोटिस चस्पा कर दी है।
प्रयागराज: प्रयाजराज हिंसा के आरोपियों पर योगी सरकार अपना शिकंजा कसती जा रही है। जावेद पंप के बाद अब एआईमआईम नेता शाह आलम का घर भी बुलडोज़र की ज़द में आने वाला है। इसको लेकर प्राशन ने नोटिस चस्पा कर दी है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि स्वीकृत नक्शे के विपरीत ये निर्माण कराया गया है। जिस पर प्रशासन को बुलडोज़र चल सकता है।
पीडीए ने जारी किया नोटिस
बता दें कि पीडीए ने जो नोटिस जारी किया है, उसमें 29 जून को 11:00 बजे तक शाह आलम को अपना पक्ष रखने की मोहलत दी गई है। यह नोटिस प्रयागराज विकास प्राधिकरण के जोन दो के जोनल अधिकारी अजय कुमार की ओर से जारी किया गया है। करेली इलाके के जेके आशियाना कॉलोनी गौस नगर में मोहम्मद शाह आलम का आलीशान दो मंजिला मकान बना है। नोटिस के मुताबिक संतोष जनक जवाब न मिलने पर पीडीए अनाधिकृत निर्माण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी कर सकता है।
हिंसा के बाद से फरार है शाह आलम
गौरतलब, है कि 10 जून को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा और बवाल के मामले में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष मोहम्मद शाह आलम को भी आरोपी बनाया गया है। मोहम्मद शाह आलम फरार है और पुलिस ने उसके खिलाफ कोर्ट से एनबीडब्ल्यू भी जारी कराया है। मोहम्मद शाह आलम का मकान हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप के ध्वस्त किए गए मकान के पास में ही स्थित है। बता दें कि हिंसा के बाद पुलिस ने करेली थाने में शाह आलम के नाम दो एफआईआर दर्ज कराई थी। वहीं जावेद पंप पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसका घर गिरा दिया और उसको गिरफ्तार कर लिया है। प्रयागराज पुलिस जावेद पंप को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी कर रही है। इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज और वीडियो के आधार पर जांच हो रही है।