सार
प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या में इस बार के दीपोत्सव को और भी भव्य बनाने की तैयारी जारी है। नए रिकॉर्ड बनाने को लेकर योजना पर काम भी शुरू हो चुका है। अधिकारियों को इस बार 14 लाख 50 हजार दीपक जलाकर नया कीर्तिमान बनाने का टॉस्क दिया गया है।
अनुराग शुक्ला
अयोध्या: प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या का छठवां दीपोत्सव पर्व 23 अक्टूबर को है। पिछली बार जितने दीप जलाए गए उससे ज्यादा जला कर एक नया गिनीज वर्ल्ड रेकार्ड बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया है। इसके लिए कमिश्नर नवदीप रिणवा विभिन्न विभागों के तीन दर्जन से अधिक अधिकारियों की बैठक भी कर चुकें हैं। अधिकारियों को इस बार 14 लाख 50 हजार दीपक जलाकर नया कीर्तिमान बनाने का टॉस्क सौंपा गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा 2017 में सरकार बनते ही पहली बार रामनगरी में दीपोत्सव का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में प्रति वर्ष दीप जलाने की संख्या बढ़ाकर नए-नए विश्व रेकार्ड बनाए जा रहे हैं। दीपोत्सव पर्व को 2019 में प्रांतीयकृत मेला घोषित किया चुका है।
इस बार सर्वाधिक भीड़ होने का अनुमान, इन विभागों को सौपीं गई जिम्मेदारी
इस बार के दीपोत्सव में सर्वाधिक भीड़ जुटने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके लिए जिले के अधिकारी आपसी तालमेल से तैयारियों में जुट गए हैं। डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी को टेण्डर प्रक्रिया पूरी करने की जिम्मेदारी सौपीं गई है। एडीएम सिटी/मेलाधिकारी सलिल कुमार पटेल ने पर्यटन, संस्कृति, सूचना, परिवहन, उद्यान, वन, ऊर्जा, नगर निगम, पीडब्लूडी, राजकीय निर्माण निगम, विकास विभाग, सिंचाई, जिला प्रशासन, पुलिस, चिकित्सा, पंचायत, स्वास्थ्य, राजकीय राजमार्ग, प्राधिकरण, रेलवे, शिक्षा, हवाई पट्टी से सम्बंधित अधिकारियों से यद्ध स्तर पर तैयारी करने को कहा है। सभी विभागाध्यक्षों को 30 सितंबर तक काम पूरा कर लेने की डेड लाइन जारी कर दी गई है।
दीपोत्सव पर होते हैं कई मेगा इवेंट्स, पूरी अयोध्या में होता है उत्साह का माहौल
योगी सरकार आने के बाद अयोध्या की दीपावली पूरे विश्व में वर्चुअल और टीवी चैनलों के माध्यम से देखी जाने लगी है। इस आयोजन में पूरी अयोध्या सहित पूरी राम की पैड़ी को सारंगी रोशनी से सराबोर होती है। लगभग 4 दर्जन से अधिक घाटों पर एक साथ कई लाख दिए जला कर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाता है। लेजर शो का कार्यक्रम मुख्य आकर्षण होता है। इसी के साथ दर्जनों सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन जगह-जगह किया जाता है। कई देशों के कलाकर रामलीला करते है। दीवारों पर रामायण के प्रसंग पेंटिंग द्वारा दिखाए जाते हैं। कई दर्जन झांकियां साकेत महाविद्यालय से राम कथा पार्क तक निकलती है। पुष्पक विमान यानी हेलीकॉप्टर श्रीराम और माता सीता के स्वरूप राम कथा पार्क में उतरते हैं और यहां योगी आदित्यनाथ सहित कई वीवीआइपी उनकी अगवानी करते हैं ।इसके बाद राजा अभिषेक का कार्यक्रम होता है। इसी के साथ दर्जनों कई आयोजन होते हैं।
इन वर्षों में अयोध्या से दर्ज हो चुका है, एकसाथ दीप जलने का विश्व रेकार्ड
2017 में योगी सरकार बनते ही दीपोत्सव का आयोजन शुरू हुआ तो पहले वर्ष ही एक साथ 187213 दीप जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अयोध्या का नाम दर्ज हुआ। फिर प्रतिवर्ष अपना ही रेकार्ड तोड़ने की योजना पर काम शुरू हो गया। 2018 में 301152 ,2019 में 404026, 2020 में 606569 और 20121 में 941551 दीप जलाकर रेकार्ड बनाया जा चुका है। अब इस बार 14 लाख 50 हजार दिए कुछ मिनटों में एक साथ जलाकर नया रेकार्ड बनाने की योजना है।