सार

उत्तर प्रदेश ने पिछले साल की तुलना में उत्पादों के निर्यात में 31 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की है। इस साल एक लाख 25 हजार करोड़ रुपये के उत्पाद किए गए हैं। जिसके बाद से उत्तर प्रदेश देश के पांच राज्यों में शामिल हो गया है जो सर्वाधिक निर्यात करते हैं और लैंड लॉक स्टेट में पहले नंबर पर है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश ने पिछले साल की तुलना में इस बार विभिन्न उत्पादों के निर्यात में एक कदम आगे बढ़ा है। इस वर्ष यूपी ने 31 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है। राज्य में एक लाख 25 हजार करोड़ रुपये के उत्पादों के निर्यात के साथ उत्तर प्रदेश देश के पांच शीर्ष राज्यों में शामिल हो गया है। तो वहीं दूसरी और यूपी लैंड लॉक स्टेट में पहले नंबर पर है। इतनी बड़ी उपलब्धि राज्य सरकार के कुशल प्रबंधन और निर्यातकों को दी गई सुविधाओं एवं सहायता के कारण प्राप्त हुई है। राज्य में योगी सरकार 2.0 आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ इसको बढ़ाने का प्रयास जरुर करेंगे।

चार राज्यों बाद यूपी बना सबसे बड़ा निर्यातक राज्य
अपर मुख्य सचिव, सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन नवनीत सहगल ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 में जनवरी महीने तक राज्य से एक लाख 25 हजार करोड़ रुपये मूल्य के उत्पादों का निर्यात किया गया। वित्तीय वर्ष के अंत तक यह आकड़ा बढ़कर एक लाख 50 हजार करोड़ रुपये हो जाएगा। 
पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में यह 95 हजार करोड़ रुपये मूल्य के उत्पादों का निर्यात किया गया था। गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु के बाद उप्र सबसे बड़ा निर्यातक राज्य है।

आगमी तीन वर्षों में तीन करोड़ रुपये का रखा लक्ष्य
नवनीत सहगल आगे कहते है कि आगमी तीन वर्षों में राज्य से तीन लाख करोड़ रुपये मूल्य के उत्पादों के निर्यात का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि निर्यात बढ़ाने के लिए व्यापाक रणनीति तैयार की गई। राज्य के सभी जिलों में डिस्ट्रिक एक्सपोर्ट प्लान बनाया गया और सभी जनपदों में एक्सपोर्ट हब विकसित किए गए है। लेदर गुड्स, स्पोर्ट्स गुड्स, केमिकल, टेक्सटाइल व हैंडीक्राफ्ट सहित 15 क्षेत्रों में 100 उत्पादों को चिन्हित कर विश्व व्यापार के लिए प्रोफाइल बनाई गई। इन सभी उपायों से निर्यात में काफी बढ़ोतरी की गई।

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