सार
ट्विन टावर ध्वस्तीकरण को लेकर नोएडा पुलिस ने 26 से 31 अगस्त तक ड्रोन के इस्तेमाल पर रोक लगाई है। इतना ही नहीं अगर किसी ने इसका उल्लघंन किया तो नोएडा पुलिस उसके खिलाफ एक्शन लेकर कार्रवाई करेगी।
नोएडा: उत्तर प्रदेश के जिले नोएडा में ट्विन टावर के धवस्तीकरण की प्रक्रिया बिल्कुल अंतिम चरण में है। इसी दौरान नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऋतु माहेश्वरी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सुपरटेक के ट्विन टावर पूरी तरह से कंट्रोल ब्लास्ट कर ध्वस्त कर दिया जाएगा। इसको लेकर गुरुवार को समीक्षा की गई और उन्हें निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 28 अगस्त की दोपहर करीब ढाई बजे गिराया जाएगा। इतना ही नहीं एक आदेश के अनुसार नोएडा पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए 26 से 31 अगस्त तक उपनगर के आसमान में ड्रोनों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
नोएडा एक्सप्रेसवे कुछ देर के लिए होगा बंद
वहीं दूसरी ओर पुलिस उपायुक्त मुख्यालय राम बदन सिंह ने बतायाकि 26 अगस्त से 31 अगस्त तक ड्रोन संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर कोई इसका उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि ट्विन टावर के धवस्तीकरण के समय नोएडा एक्सप्रेसवे को भी कुछ देर के लिए बंद किया जाएगा। 28 अगस्त के दिन धवस्तीकरण को लेकर पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि यातायात पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। इसके अलावा जाम की स्थिति से निपटने के लिए शहर में छह क्रेन और भारी संख्या में यातायात पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
3500 किलोग्राम बारूद को लगा दिया
उत्तर प्रदेश सरकार के अंतर्गत आने वाला नोएडा प्राधिकरण यहां सेक्टर 93 में करीब 100 मीटर ऊंचे इन ढांचों को ढहाये जाने के काम पर नजर रख रहा है। ऋतु माहेश्वरी एमराल्ड कोर्ट गयीं और उन्होंने स्थानीय रेसीडेंट समूहों समेत संबंधित पक्षों एवं अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ बैठक की। ट्विन टावर के धवस्तीकरण को लेकर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने कहा यह बैठक इन टावरों को सुरक्षित ढंग से गिराने की तैयारी, उसके तकनीकी पहलुओं आदि का जायजा लेने के लिए थी। बता दें कि सुपरटेक के दोनों टावरों में 3500 किलोग्राम बारूद लगा दी गई है।
परिवारों में दिख रही कई तरह की परेशानी
मिली जानकारी के अनुसार, कई परिवार 25 अगस्त की शाम तक फ्लैट खाली कर दिए। इतना ही नहीं कुछ परिवारों ने तो सोसाइटी ही छोड़ दी है। ऐसे में कोई गाजियाबाद में रहने वाले दोस्तों और रिश्तेदारों के घर जा रहा है तो कोई ग्रेटर नोएडा में किसी परिचित के घर पर रहने जा रहा है। यहां रहने वाले परिवार रिस्क के चलते 28 अगस्त की जगह 29 अगस्त को सोसाइटी में वापस आएंगे। जिन परिवारों के पास पेट्स हैं वह दोस्तों और रिश्तेदारों के घर जाने से पहले खासा परेशान नजर आए क्योंकि परिवार जहां जा रहे हैं वहां पेट्स लेकर नहीं जा सकते और सोसायटी की तरफ से उन्हें घर पर छोड़ने की अनुमति नहीं है।
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