सार
केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि 490 वर्ष से चल रही लड़ाई कलंक के प्रतीक का समापन हुआ है। इस राष्ट्र के आध्यात्मिक सत्ता को पूरी दुनिया में मान्यता मिल रही है। हमारी कामना सबके सुख की है, इसी के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं।
प्रयागराज (Uttar Pradesh) । सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद खत्म हुए अयोध्या में राम मंदिर विवाद के बाद हिंदू संगठन जश्न मनाने की तैयारी में है। इसके लिए माघ मेला में विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत की दो दिवसीय बैठक में आगे की रूपरेखा तय की गई। विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए 490 वर्ष से चल रही लड़ाई का समापन हुआ है। अब राम मंदिर बन सकेगा और हिंदुओं को गर्व की अनुभूति होगी। संगठन के नेटवर्क के बल पर जिन गांव में राम शिला का पूजन हुआ था, उन गांव में हम चैत्र वर्ष प्रतिपदा से हनुमान जयंती तक बड़े-बड़े राम महोत्सव के कार्यक्रम करेंगे। इसी तरह सभी जिलों, ब्लॉक गांव और शहरों में यह कार्यक्रम होगा।
पदाधिकारी कर रहे तैयारी
राम महोत्सव के लिए संगठन के पदाधिकारियों तैयारी कर रहे हैं। वे संगठन के तंत्र के आधार पर ही हम धर्मांतरण को रोकने और अपने बिछड़े बंधुओं को घर वापस बुलाने का कार्य कर सकते हैं। केंद्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि गौ, गंगा हमारी पहचान है। इनकी अस्मिता के लिए हमें चिंतन करते रहना चाहिए।
आध्यात्मिक सत्ता को पूरी दुनिया में मिल रही मान्यता
केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा संगठन की स्थापना जिन उद्देश्यों से हुई, उसकी प्राप्ति के लिए हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। हमारे प्रयास सफल हो रहे हैं। इस राष्ट्र की आध्यात्मिक सत्ता को पूरी दुनिया में मान्यता मिल रही है। हमारी कामना सबके सुख की है, इसी के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं।
सबके सुख की है हमारी कामना
केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि 490 वर्ष से चल रही लड़ाई कलंक के प्रतीक का समापन हुआ है। इस राष्ट्र के आध्यात्मिक सत्ता को पूरी दुनिया में मान्यता मिल रही है। हमारी कामना सबके सुख की है, इसी के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं।
मॉडल के आधार पर होगा चाहिए भव्य मंदिर का निर्माण
अयोध्या में बनने वाले श्री राम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के मॉडल को आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने पूजा अर्चना कर अनावरण किया। कहा कि जिस मॉडल को 1989 में कुंभ के दौरान प्रयाग में रखा गया था, उसी मॉडल का यह स्वरूप है। इसी मॉडल के आधार पर भव्य मंदिर का निर्माण होना है। उसे परिवर्तित नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि उसके पत्थर 20 वर्ष से तराश कर तैयार किए गए हैं।
बैठक में ये रहे प्रमुख रूप से मौजूद
बैठक में क्षेत्र संगठन मंत्री अंबरीश सिंह, प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार, प्रांत अध्यक्ष शुभ नारायण सिंह, प्रांत मंत्री आनंद सिंह, सुरेश अग्रवाल, विमल प्रकाश, सुनील सिंह, आशुतोष श्रीवास्तव,अमित पाठक, धीरेंद्र कुशवाहा, गौरव जायसवाल, अविनाश सिंह, दुर्गेश सिंह, अभय वर्मा, अजय गुप्ता, दीनानाथ वर्मा, महेंद्र कुशवाहा, सत्येंद्र शुक्ला, विजय पांडे आदि उपस्थित रहे।