सार

योगेश नौहवार अपनी ही पार्टी के दांव के आगे चित हो गए हैं। उनकी बी फार्म पार्टी के द्वारा निरस्त कर दिया गया। इसके बाद निर्दलीय के रूप में 10 प्रस्तावक न होने की स्थिति में रिटर्निंग ऑफिसर ने उनका नामांकन निरस्त कर दिया। 

लखनऊ: आठ बार से विधायक श्याम सुंदर शर्मा को मथुरा के मांट विधानसभा क्षेत्र से कड़ी टक्कर देने वाले योगेश नौहवार इस चुनाव में अपनी पार्टी रालोद के दांव से ही चित हो गए हैं। उनका बी फार्म पार्टी द्वारा निरस्त कर दिया गया। इसके बाद निर्दलीय के रूप में 10 प्रस्तावक न होने की स्थिति में रिटर्निंग ऑफिसर ने उनका नामांकन निरस्त कर दिया। इस बाबत जिला निर्वाचन अधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि योगेश नौहवार का नामांकन निरस्त हो गया है। 

गौरतलब है कि सपा और रालोद के गठबंधन के बावजूद दोनों ही दलों के उम्मीदवारों द्वारा नामांकन किए जाने से मांट विधानसभा क्षेत्र सुर्खियों में बनी हुई है। रालोद ने पहले यहां से योगेश नौहवार को बी फार्म दिया था। जिसके आधार पर ही उन्होंने नामांकन किया था। बात अगर पिछले चुनाव की करे तो 2017 में योगेश यहां महज 500 से भी कम वोट से हारे थे। 

बात अगर पूर्व के चुनावों की करें तो 2012 के चुनाव में वह दूसरे स्थान पर रहे थे। लेकिन रालोद से नामांकन के बाद इस बार गठबंधन में समाजवादी पार्टी की ओर से डॉ. संजय लाठर को उम्मीदवार बना दिया गया। इस बार गठबंधन के उम्मीदवारों के ही आमने सामने हो जाने के चलते रालोद ने अपना निर्णय बदल दिया है। 

दलित वोट बैंक में सेंधमारी के लिए सपा ने बनाई रणनीति, बसपा के इन धुरंधरों पर लगाया दांव