सार

अयोध्या में एक और मंदिर पर विवाद के बादल छाए हैं। महंत सर्वेश्वर दास के निधन के बाद विवाद गहराता जा रहा है। कई संत एक दूसरे को खुली चुनौती देते हुए भी नजर आ रहे हैं। 

अनुराग शुक्ला 
अयोध्या:
रामनगरी के एक और मंदिर पर विवाद के बादल छा गए हैं। पिछले दिनों तपस्वी छावनी के महंत सर्वेश्वर दास के निधन के बाद विवाद गहरा गया है। संतो की यह लामबंदी दो दशक बाद दिखी है। जिसमे अयोध्या के शीर्ष संत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एक दूसरे को खुली चुनौती दे रहें हैं। हनुमान गढ़ी अखाड़ा के सभी पट्टी के महंत खुल कर परमहंसाचार्य के पक्ष में लामबंद हो मोर्चा संभाल लिए है। दूसरी तरफ आनन -फानन में तपस्वी परिवराचार्य पीठ तपस्वी छावनी की सभा ने भी अपने पत्ते खोलकर सार्वजनिक कर दिए है। इस ट्रंप के एक्के को वो 12 तारीख को सार्वजनिक करना चाहते थे, लेकिन हनुमान गढ़ी अखाड़े के संतों की लामबंदी को देखते हुए और मौके की नजाकत को समझते हुए  पिछले 2 तारीख की बैठक के एजेंडे को सार्वजनिक कर दिया । जिसमे सर्वसम्मति से जगन्नाथ मंदिर जमालपुर दरवाजा अहमदाबाद के महंत दिलीप दास को अध्यक्ष चुना गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए तपस्वी छावनी परिसर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।

हनुमान गढ़ी अखाड़े ने परमहंसाचार्य को माना महंत, दिया समर्थन
हनुमान गढ़ी अखाड़े से जुड़े संत तपस्वी छावनी के प्रांगड़ में पंहुच कर डंके की चोट पर परमहंसाचार्य को तपस्वी छावनी का महंत घोषित कर दिया है।पूर्व अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत ज्ञानदास के उत्तराधिकारी महंत संजय दास ने कहा 2017 में महंत सर्वेश्वर दास ने परमहंस दास को उत्तराधिकार सौंपा था। इस लिए वे ही मंदिर के महंत है। बस केवल महंती की जो प्रकिया है उसे 12 तारीख को पूरा करना है। तीनो अनियों के पूर्व प्रधानमंत्री महंत माधव दास ने कहा दिवंगत महंत ने जिसे अपना उत्तराधिकार सौपा है उसे दिला कर रहेंगे। उन्होंने कहा परमहंसचार्य ने शिष्य परंपरा के सभी नियमों का पालन किया है । उन्होंने कहा कुछ विस्तार वादी और भूमि लोलुप लोग मंदिर को कब्जा करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इस दौरान हरिद्वारी पट्टी के महंत मुरली दास, डॉ महेश दास, पहलवान इंद्रदेव दास, राजेश पहलवान, मनीराम दास पहलवान, पुजारी हेमंत दास, महंत बलराम दास, नंदराम दास सहित काफी संख्या में संत- महंत उपस्थित रहे।

सभा ने सर्वसम्मति से दिलीप दास को बताया तपस्वी छावनी का महंत
तपस्वी परिवराचार्य पीठ तपस्वी जी की छावनी की सभा के पदाधिकारियों ने बैठक कर बताया कि सर्वेश्वर दास के निधन के कारण अध्यक्ष पद रिक्त है। इसलिए अध्यक्ष पद के लिए श्री महंत दिलीप दास जगन्नाथ मंदिर जमालपुर दरवाजा अहमदाबाद को सर्वसम्मति से अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जिसका उपस्थित सभी सदस्यों ने समर्थन किया और बताया की सभा का पदेन अध्यक्ष ही मंदिर का महंत होता है। इसी के साथ महंत राजेंद्र दास ने प्रस्ताव पर उपाध्यक्ष पद पर पुजारी ओमप्रकाश की नियुक्ति की गई है। सूत्रों के मुताबिक अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर में बीजेपी के एक शीर्ष नेता ट्रस्टी है। इसी कारण से कुछ दिन पहले महंत दिलीप दास के अयोध्या आने पर उन्हें राज्य अतिथि का दर्जा भी दिया गया था।

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