सार
यूपी के जिले लखीमपुरखीरी में दो सरकारी शिक्षिकाओं की हरकत से शिक्षा विभाग शर्म में डूब जाएगा क्योंकि उन दोनों के द्वारा ऐसी घिनौनी हरकत की है जिसका कोई अंदाजा नही लगा सकता। दरअसल अपने तबादला को रुकवाने के लिए दोनों ने 20 छात्राओं को बंधक बना लिया।
लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के जिले लखीमपुरखीरी में दो सरकारी शिक्षिकाओं ने अपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए घिनौनी हरकत कर दी। जनपद के बेहजाम ब्लाक के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय यानी केजीबीवी की करीब 20 छात्राओं को उनकी दो शिक्षकों ने गुरुवार की रात कथिक तौर पर बंधक बना लिया। इस मामले के सामने आने के बाद दोनों ही शिक्षिकाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है।
ट्रांसफर रोकने के लिए छात्राओं को बनाया था बंधक
बेहजाम ब्लाक के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं की उनकी ही शिक्षिकाओं द्वारा बंधक बना लेने पर छात्राओं को रो-रोकर बुरा हाल था। इस घटना के बाद से परिजनों में भी काफी आक्रोश हैं। इस ब्लाक के केजीबीवी में गुरुवार की रात पर मनोरमा मिश्रा और गोल्डी कटियार नाम की शिक्षिकाओं ने 20 छात्राओं को बंधक बनाया था। इन्होंने अपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए यह शर्मनाक हरकत की। 20 छात्राओं को अपने कब्जे में लेकर प्रशासन पर ट्रांसफर रोकने का दबाव बना रही थी। काफी देर तक यह हंगामा चलता ही रहा और लोगों ने जब इसकी सूचना पुलिस को दी तब पुलिस की टीम ने बंधक बनाए गए सभी छात्राओं को शिक्षिका के कब्जे से छुड़ाया।
अधिकारियों पर दबाव डालने के लिए अपनाया यह तरीका
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं का आरोप है कि दोनों शिक्षिकाओं ने जब बंधक बनाने पर उन्हें प्रताड़ित कर रही थी। पुलिस ने दोनों शिक्षिकाओं पर 342, 504, 336 धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांत पांडे ने बताया कि शिक्षकों ने अनुशासनात्मक आधार पर दूसरे केजीबीवी में हुए उनके तबादले को रद्द करने के लिए जिले के अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए इस तरह का तरीका अपनाया। वार्डन ललित कुमारी ने उन्हें और जिला समन्वयक, बालिका शिक्षा रेणु श्रीवास्तव को घटना के बारे में जानकारी दी। जिसके बाद वे स्कूल पहुंचे और वहां कई घंटों तक मौजूद रहे। पुलिस को सूचना मिलती ही वहां पहुंची और महिला पुलिस को बुलाकर लड़कियों को अपने छात्रावास के कमरे में वापस लाया गया।
विभागीय जांच के बाद होगी शिक्षिकाओं पर सख्त कार्रवाई
बेसिक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांत पांडे ने इस संबंध में जिला समन्वयक बालिका शिक्षा रेणु श्रीवास्तव द्वारा दो शिक्षकों मनोरमा मिश्रा और गोल्डी कटियार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत तक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस मामले में चार सदस्यीय समिति द्वारा विभागीय जांच की जाएगी। पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट समिति को तीन दिन में देने को कहा गया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जांच में दोषी पाए जाने पर शिक्षकों के खिलाफ सेवा अनुबंध को समाप्त करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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