सार
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बाद शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने दारुल उलूम देवबंद पर विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, देवबंद साजिश करके देश के पढ़े लिखे मुस्लिम नौजवानों को कट्टरपंथी बना रहा। देश के लिए योगदान देने वाले अब्दुल कलाम जैसे मुसलमान अब नहीं मिलते।
लखनऊ (Uttar Pradesh). केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बाद शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने दारुल उलूम देवबंद पर विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, देवबंद साजिश करके देश के पढ़े लिखे मुस्लिम नौजवानों को कट्टरपंथी बना रहा। देश के लिए योगदान देने वाले अब्दुल कलाम जैसे मुसलमान अब नहीं मिलते। देवबंदी विचारधारा के लाखों कसाब तैयार किए जाने की तैयारी हो रही। पहले लोग इस्लामिक दाढ़ी रखने वाले व्यक्ति को इज्जत की नजर से देखते थे, लेकिन अब ऐसे लोगों को देखकर डर और भय पैदा होता है। ये सब देवबंद जैसे मदरसों की देन है।
अपनी अक्ल से काम नहीं करते गिरिराज और वसीम रिजवी
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और वसीम रिजवी के बयान के बाद ईदगाह के प्रवक्ता मौलाना सूफियान निजामी ने कहा, गिरिराज और वसीम रिजवी अपनी अक्ल से कोई काम नहीं करते। ये जहां से जुड़े हैं वहां से इन्हें ऐसा बोलने के लिए कहा जाता होगा। ये संकीर्ण मानसिकता से ग्रसित हैं। इनके दिल में एक समुदाय के लिये सिर्फ नफरत भरी है। इनका कोई इलाज नहीं।
गिरिराज सिंह ने दिया था ये बयान
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, देवबंद आतंकवाद की गंगोत्री है। दुनिया में जहां कहीं भी आतंकी घटनाएं होती हैं उनका जुड़ाव देवबंद से रहा है। जितने भी आतंकवादी हुए हैं या आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं उनके तार कहीं न कहीं देवबंद से जुड़ा है। आतंकवाद को देवबंद से समर्थन मिलता रहा है। आतंकी यहां आकर रुकते हैं, फिर चाहे वो हाफिज सईद का मामला हो या कोई अन्य घटना। भारत को पाकिस्तान से नहीं बल्कि देश के गद्दारों से खतरा है।