सार
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से Asianet News Hindi की खास बातचीत हुई। बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए का मुकाबला करने के लिए सभी विपक्षी दलों को राष्ट्रीय स्तर पर हाथ मिलाना चाहिए, आगे की बातचीत में उन्होंने क्या कुछ कहा आइए सुनाते हैं।
रायबरेली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav 2022) की तैयारियों की बीच दो चरणों के मतदान समाप्त हो चुके हैं। ऐसे में 2022 के लिए बड़ी बड़ी रणनीतियां बना रहे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से Asianet News Hindi की खास बातचीत हुई। बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए का मुकाबला करने के लिए सभी विपक्षी दलों को राष्ट्रीय स्तर पर हाथ मिलाना चाहिए, आगे की बातचीत में उन्होंने क्या कुछ कहा आइए सुनाते हैं।
सवाल- यूपी के मुख्यमंत्री और बीजेपी दावा कर रही है कि कुछ सीटों पर सिर्फ चीजें बिगड़ सकती हैं लेकिन यूपी में सरकार बीजेपी की दुबारा बनेगी, इसपर आपका क्या कहना है?
जवाब- इस चुनाव में आप इनके चेहरे देख रहे हैं क्या? चुनाव में किस तरह भी भाषा का उपयोग कर रहे हैं ये बीजेपी के नेता, आप वो देखिए। अपने भाषणों में कितनी गलत भाषा का उपयोग कर रहे हैं बीजेपी के नेता। उत्तर प्रदेश के लोग बीजेपी को इस बार हटाना चाहते हैं, बीजेपी ने प्रदेश की जनता को धोखा दिया है, झूठे वादे किए हैं।
सवाल- चुनाव से पहले 2 बड़ी घटनाएं हुईं उत्तर प्रदेश में। पहला किसान आंदोलन और दूसरा बड़े नेताओं का बीजेपी छोड़ना। इससे कितना प्रभाव पड़ेगा यूपी चुनाव के नतीजों पर।
जवाब- मैं जो देख पा रहा हूँ कि इस उत्तर प्रदेश के एससी, ओबीसी व अन्य सभी वर्ग बीजेपी के खिलाफ हैं। और जहां अगड़ी जाती के लोग हैं वो भी बीजेपी के खिलाफ हैं। क्योंकि इस बार बीजेपी की ओर से उनका भी सम्मान नहीं हुआ। जिस तरह से बीजेपी ने किसानों के साथ वादे किए थे, वो भी पूरे नहीं किए। जिस तरह से महंगाई बढ़ी है डीजल की, पेट्रोल की, बिजली के बिल में महंगाई बढ़ी है। ऐसे कई सारे मुद्दे हैं, जिन्हें लेकर इस बार किसान भी इनसे बेहद नाराज हैं। चुनाव के समय तीन काले कानून वापस लिए कियुकि इन्हें वोट चाहिए था।
सवाल- यूपी के मुख्यमंत्री कहते हैं कि आप श्रद्धा से वोट करिए यूपी केरल की तरह होगा। वहीं, केरल के सीएम का कहना है कि नीति आयोग में हमारा प्रोग्रेस कार्ड देखिए। इस पर आपका क्या कहना है?
जवाब- अगर हम नीति आयोग के आयोग के पैरामीटर्स को देखें तो स्वास्थ्य के मामले में केरल बहुत आगे है। केरला रोजगार में अच्छा है, शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा है। लेकिन हमारे मुख्यमंत्री को पता ही नहीं है कि हमें बराबरी किसकी करनी है। उन्हें तो सिर्फ हिन्दू मुसलमान, लड़ाई झगड़ा या जातियों की बात में खुश रहते हैं। लेकिन जो काम होना चाहिए जैसे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो, पढ़े लिखे नवजवानों को नौकरी मिले। जिस तरह से निवेश के वादे किए गए वो अभी तक नहीं हुआ, किसानों के लिए सही व्यवस्थाएं नहीं कर पाए, गन्ना किसानों का समय से भुगतान नहीं हुआ। बिजली का बिल बहुत ज्यादा हो गया है। ऐसे में हमने अपने घोषणा पत्र में किसानों के लिए, महिलाओं के लिए युवाओं के लिए बात की है। यही मुद्दे हैं, जिनके सहारे यूपी की जनता इस बार बीजेपी को बाहर करेगी।
सवाल- यूपी विधानसभा चुनाव साधारण तौर पर लोकसभा का सेमीफाइनल माना जाता है, तो क्या इस चुनाव से 2024 की चीजें तय होंगी?
जवाब- देखिए, इस चुनाव में प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश में आ रहे हैं, गृह मंत्री आ रहे हैं, केंद्र के जितने बड़े नेता है वो यहां आ रहे हैं। बीजेपी के जितने बड़े नेता हैं वो यहां आ रहे हैं। तो बीजेपी जानती है कि यूपी से जाने का मतलब है कि देश से बाहर हो जायेगें। यूपी में आए भी इसी लिए थे कियुकि जिन्हें दिल्ली में सरकार बनानी थी। लेकिन यूपी की जनता इस बार इन्हें बाहर निकालने जा रही है।
सवाल- अगर आप सत्ता में आते हैं तो क्या उपचुनाव में कांग्रेस से समर्थन लेंगे?
जवाब- नहीं, हमारी किसी भी जगह ऐसी स्थिति नहीं होगी कि हमें कांग्रेस का समर्थन लेना पड़े। समाजवादी पार्टी का जो गठबंधन है, वह दोनों मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी बीजेपी को हराना चाहती है, बीएसपी और कांग्रेस समाजवादी पार्टी को हराना चाहती है। समाजवादी पार्टी कैसे हारे, बीएसपी इसकी तैयारी में लगी हुई है। बीएसपी का लक्ष्य है कि समाजवादी पार्टी किसी तरह न जीते।
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