सार
एनएचएआई के परियोजना निदेशक एनएन गिरि ने बताया कि एक्सप्रेस-वे की लंबाई करीब 63 किमी है। एक्सप्रेस-वे बनने से लखनऊ से कानपुर केवल 45 मिनट में पूरी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि एक्सप्रेस-वे का टेंडर खुल गया है।
लखनऊ: यूपी सरकार (UP Government) की ओर से प्रदेश भर में लगातार अलग अलग जिलों से एक्सप्रेस-वे (Express way) का निर्माण कार्य तेजी से कराया जा रहा है। इन सब के बीच अब लखनऊ-कानपुर (Lucknow-kanpur express way) के बीच ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए छह लेन एक्सप्रेस-वे का निर्माणकार्य मार्च से शुरू करेगा। केंद्र सरकार (central government) ने एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए 1935.64 करोड़ बजट स्वीकृत कर दिया। एनएचएआई (NHAI) के परियोजना निदेशक एनएन गिरि ने बताया कि एक्सप्रेस-वे की लंबाई करीब 63 किमी है। एक्सप्रेस-वे बनने से लखनऊ से कानपुर केवल 45 मिनट में पूरी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि एक्सप्रेस-वे का टेंडर खुल गया है। आधा दर्जन कंपनियों ने टेंडर डाले हैं। कंपनियों की तकनीकी क्षमता का परीक्षण किया जा रहा है। पांच जनवरी तक कंपनी का चयन कर करार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
आउटर रिंग रोड जून तक बनकर तैयार हो जाएगी
शहरवासियों को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए निर्माणाधीन आउटर रिंग रोड का निर्माणकार्य जून 2022 तक पूरा हो जाएगा। एनएचएआई के परियोजना निदेशक एनएन गिरि ने बताया कि सीतापुर रोड से कुर्सी रोड तक निर्माणकार्य जनवरी में पूरा हो जाएगा। वहीं सुलतानपुर रोड से बेहटा तक निर्माण कार्य मार्च 2022 तक और बेहटा रोड से सीतापुर रोड तक निर्माणकार्य जून 2022 तक पूरा करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने बताया कि आउटर रिंग रोड बनकर तैयार होने से लखनऊ की करीब 20 लाख आबादी को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।
पीजीआई, खुर्रमनगर व आईआईएम तिराहे पर बनेगा फ्लाईओवर
रायबरेली रोड स्थित पीजीआई के समाने फ्लाईओवर बनाया जाएगा। इससे करीब एक लाख आबादी को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। वहीं खुर्रमनगर और आईआईएम तिराहे पर फ्लाईओवर का निर्माण नये साल से शुरू किया जाएगा। इसके अलावा हरदोई रोड पर ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए दुबग्गा से लेकर कोनेश्वर चौराहे तक दो लेन फ्लाईओवर बनाया जाएगा।