सार

 वहीं, दूसरी ओर ठगी करने वाले जालसाजों पर किसी भी प्रकार का कोई असर पड़ता हुआ नजर नहीं आ रहा है। ठगी के सबसे अधिक मामले नौकरी के नाम पर की जा रही धोखाधड़ी (Fraud) से जुड़े हुए होते है। ऐसा ही एक मामला यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) से सामने आया। 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) की ओर से व्यवस्थाओं में दिखाई जा रही सख्ती के बाद एक तरफ पुलिसियां व्यवस्थाएं डिजिटली हाईटेक होती जा रही हैं। वहीं, दूसरी ओर ठगी करने वाले जालसाजों पर किसी भी प्रकार का कोई असर पड़ता हुआ नजर नहीं आ रहा है। ठगी के सबसे अधिक मामले नौकरी के नाम पर की जा रही धोखाधड़ी (Fraud) से जुड़े हुए होते है। ऐसा ही एक मामला यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) से सामने आया। जहां एसटीएफ (STF) की टीम नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। 

मंत्रियों और अफसरों का निजी स्टाफ बताकर करते थे ठगी
उत्तर प्रदेश के विशेष कार्यबल यानी एसटीएफ ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों का निजी स्टाफ बताकर लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, तीनों आरोपी, भोले-भाले युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा करते हुए खुद को मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों का निजी कर्मचारी या करीबी सहयोगी के रूप में पेश करते थे। इसी के सहारे आरोपियों ने मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से कई लाख रुपये की ठगी की है। 

आरोपियों के मोबाइल फोन से खंगाली जा रही जानकारी 
STF के अफसरों ले बताया कि आरोपी कई युवाओं के संपर्क में थे और उनमें से कई से सरकारी नौकरी का वादा करके पैसे लिए थे। उन्होने बताया कि आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल फोन से उनके काम के बारे में जानकारी ली जा रही है। आगे की जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बलिया निवासी राम व्यास उर्फ गुड्डू सिंह, जौनपुर निवासी शैलेश यादव और मऊ निवासी आदित्य श्रीवास्तव के रूप में हुई है। तीनों आरोपी फिलहाल लखनऊ में रह रहे थे। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, तीनों को एक खुफिया जानकारी के बाद लखनऊ के विभूति खंड इलाके से गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ ने तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी और भादस की अन्य धाराओं के तहत विभूति खंड थाने में प्राथमिकी दर्ज की है।