सार

अयोध्या विवाद पर फैसले से पहले पूरे यूपी में शासन प्रशासन दोनों अलर्ट पर हैं। खास तौर पर अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं। इसी क्रम में जिले में राम जन्मभूमि की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है।

अयोध्या (Uttar Pradesh). अयोध्या विवाद पर फैसले से पहले पूरे यूपी में शासन प्रशासन दोनों अलर्ट पर हैं। खास तौर पर अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं। इसी क्रम में जिले में राम जन्मभूमि की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है। 

अयोध्या में टेढ़ी बाजार से दोपहिया और चार पहिया वाहनों को रोक दिया गया है। सघन चेकिंग के बाद ही यात्री और श्रद्धालु राम नगरी की तरफ पैदल प्रवेश कर पा रहे हैं। वहीं, एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडे ने अयोध्या पहुंच कमान संभाल ली है। कई कंपनियों को राम नगरी की सुरक्षा में लगाया गया है। बुधवार को अयोध्या की सड़कों पर आरएएफ की टीमें नजर आईं। 

एक आदेश पर पूरा अयोध्या हो जाएगा सील
अयोध्या के एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया, जिले के सभी एंट्री प्वाइंट पर बैरियर लगाकर चेकिंग की जा रही है। करीब 200 स्कूलों में सुरक्षाबलों को ठहराया गया है। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, होटल, धर्मशाला सभी पर पुलिस की नजर है। जिला प्रशासन कोशिश कर रहा है कि अस्पताल स्कूल खुले रहें और अयोध्या का वातावरण सामान्य रहे। अयोध्या को चार जोन- रेड, येलो, ग्रीन और ब्लू में बांटा गया है। इनमें 48 सेक्टर बनाए गए हैं। विवादित परिसर, रेड जोन में स्थित है। पुलिस के मुताबिक, सुरक्षा योजना इस तरह बनाई जा रही है कि एक आदेश पर पूरी अयोध्या को सील किया जा सके। 

लोग घरों में जुटा रहे राशन
डीएम अनुज कुमार ने कहा, प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। फैसले के मद्देनजर विवादित जगह के आसपास रहने वाले लोग घरों में राशन जमा कर रहे हैं। हालांकि, उन्हें भरोसा दिलाया गया है कि सामान्य जीवन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।