सार

ग्रामीण सिंघाड़ा बोए तालाब के पास पहुंचे तो वहां पर उवकी लाश आस-पास पड़ी थी। ग्रामीणों की मानें तो दोनों बहनों की आंखें किसी नुकीली वस्तु से फोड़ी गईं थी, क्योंकि खून बह रहा था। उसके साथ ही दोनो के पैर बंधे हुए थे। 

फतेहपुर  (Uttar Pradesh) । असोथर थाने क्षेत्र के छिछनी गांव से बड़ी खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चना का साग तोडने के लिए जंगल की ओर खेत में गई दो बहनों की हत्या कर दी गई। इसके बाद उनके शव का पैर बांधकर सिंघाड़ा के तालाब के किनारे फेंक दिया गया। आरोप है कि हत्यारों ने दोनों बहनों की आंखों को भी किसी नुकीले वस्तु से फोड़ दिया है। वहीं मृतका के चाचा ने कहा है कि उनके परिवार में किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। दोनों बेटियों की आंख जिस बेरहमी से फोड़ी गई है उससे यही लग रहा है कि दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है। 

दोपहर में घर से निकली थी दोनों
दो बहनें सोमवार की दोपहर को घर से निकलकर जंगल के पास खेत में चने का साग तोडऩे गई थी। देर शाम तक जब सगी बहनें घर नहीं आईं तो स्वजन ने उनकी खोजबीन शुरू की। देर शाम स्वजन व ग्रामीण सिंघाड़ा बोए तालाब के पास पहुंचे तो वहां पर उवकी लाश आस-पास पड़ी थी। ग्रामीणों की मानें तो दोनों बहनों की आंखें किसी नुकीली वस्तु से फोड़ी गईं थी, क्योंकि खून बह रहा था। उसके साथ ही दोनो के पैर बंधे हुए थे। 

घर की दुलारी थी दोनों बेटियां
दलति वर्ग की एक महिला को एक बेटा व चार बेटियां हैं। ग्रामीणों के मुताबिक मृत दोनों बेटियां घर की दुलारी थी। इसमें एक कक्षा चार और दूसरी कक्षा दो में पढ़ती थी। बता दें कि मृत बहनों की मां का रो-रो कर बुरा हाल है। 

एसपी ने कही ये बातें
एसपी प्रशांत वर्मा ने कहा है कि दोनों बच्चियों की मौत तालाब में डूबने से हुई है। सिंघाड़ा के कांटों की खरोंच से आंख से खून निकल रहा है। शरीर में कहीं पर भी चोट के गहरे निशान नहीं है। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, जो भी रिपोर्ट आएगी उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।