सार
यूपी बोर्ड परीक्षा की इंटर व हाईस्कूल परीक्षाओं में पेपर को लीक होने से बचने के लिए अचूक उपाय निकाला गया है। परीक्षा शुरू होने से पहले पेपर केंद्रों को इंटरनेट के माध्यम से भेजा जा सकता है। ऐसा सिर्फ हाईस्पीड प्रिंटर की सहायता से ही प्रश्नपत्र जल्द से जल्द प्रिंट हो जाएंगे। जिससे पेपर में होने वाला खर्च और परेशानी भी कम होगी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में प्रश्नपत्रों के लीक को रोकना बड़ी चुनौती बन चुकी है। यूपी माध्यमिक शिक्षा विभाग ने भले ही सिर्फ इंटर अंग्रेजी का ही प्रश्नपत्र लीक होना स्वीकारा है लेकिन इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने वाले प्रश्नपत्रों की संख्या करीब आधा दर्जन से है। इसी वजह से शासन स्तर से रोकने के लिए साल दर साल नए-नए प्रयोग किए जा रहे है लेकिन इसे अभी भी रोका नही जा सका है। अब पेपर लीक पर विराम लगाने के लिए विभाग परीक्षा केंद्रों पर हाईस्पीड प्रिंटर लगाने पर मंथन कर रहा है। जिससे परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्नपत्र केंद्रों को इंटरनेट के माध्यम से भेजा जा सके और हाईस्पीड प्रिंटर कुछ ही मिनट पर प्रश्नपत्र प्रिंट कर देगा।
निकाला जाए ऐसा रास्ता जिससे प्रश्नपत्र लीक होने की नौबत न आए
राज्य के 24 जिलों में 13 अप्रैल को नए सिरे से परीक्षा करानी पड़ रही है। इसकी मुख्य वजह मात्र यही है कि बलिया में इंटर का अंग्रेजी पेपर लीक होने के बाद यह फैसला लिया गया है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में पिछले दिनों माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों की बैठक हुई। जिसमें कहा गया है कि ऐसा रास्ता खोजा जाए कि प्रश्नपत्र लीक होने की नौबत ही न आए।
ऑनलाइन मानीटरिंग के लिए वेबकास्टिंग का हो रहा उपयोग
इसी वजह से माध्यमिक कॉलेजों में हाईस्पीड प्रिंटर ही बेहतर विकल्प हो सकता है। हर स्कूलों और इंटर कॉलेजों में नकल को रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे, वायर रिकॉर्डर, डीवीआर आदि लगे हैं। साथ ही राज्य जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम से परीक्षा कक्षों की ऑनलाइन मानीटरिंग के लिए वेबकास्टिंग का उपयोग हो रहा है।
हाईस्कूल व इंटर स्तर में पहले से ही हाईस्पीड नेट का है प्रबंध
इंटर कॉलेजों में हाईस्पीड इंटरनेट और लगातार बिजली के लिए जेनरेटर व इनवर्टर का प्रबंध पहले से ही है। साथ ही हाईस्कूल व इंटर स्तर के कह कॉलेज के प्रधानाचार्य को यूजर आईडी व पासवर्ड मुहैया कराया गया है। अब केवल हाईस्पीड प्रिंटर ही उपाय है जिससे पेपर लीक होने पर रोक लगाई जा सकती है।
हाईस्पीड प्रिंटर की मदद से कुछ ही देर में पेपर होंगे प्रिंट
यूपी बोर्ड की दोनों पालियों में परीक्षा शुरू होने के दस से पंद्रह मिनट पहले मुख्यालय से एक साथ प्रश्नपत्र केंद्रों को भेजा जा सकता है। जिसके बाद हाईस्पीड प्रिंटर कुछ ही मिनट पर प्रश्नपत्र प्रिंट कर देगा। केंद्र निर्धारण नीति के अंतर्गत हर केंद्र पर परीक्षार्थियों की अधिकतम संख्या भी तय होती है। तो उसी हिसाब से प्रिंटर की व्यवस्था की जाएगी।
प्रिंटर की सहायता पेपर में होने वाला खर्च और परेशानी होगी कम
इस हाईस्पीड प्रिंटर से यूपी बोर्ड को हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में पेपर छपवाने और भिजवाने का खर्च बचेगा। साथ ही पेपरों पर कड़ी निगरानी यानी सुरक्षित रखने का इंतजाम भी नहीं करना होगा। प्रिंटर भी करीब बीस से तीस हजार में आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। परीक्षा के पेपर जिला मुख्यालयों पर डबल लॉक में नहीं रखे जाते बल्कि हर केंद्र पर ही रखे जाते हैं।
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