सार
गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से बतौर भाजपा प्रत्याशी सीएम योगी नामांकन पत्र दाखिल करने जा रहे हैं। चार सेट में नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए जिन चार प्रस्थापकों (प्रस्तावक) और एक इलेक्शन एजेंट का चयन किया गया, उसके माध्यम से समाज के हर वर्ग को सम्मान दिया गया।
गोरखपुर: यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से बतौर भाजपा प्रत्याशी की तरह नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। लेकिन इससे पहले महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज मैदान में सम्मेलन हुआ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाएंगे। साथ ही गोरखपुर की जनता से जीत का आशीर्वाद मांगेंगे। तो वहीं गोरखपुर शहर विधानसभा उम्मीदवारी के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के चार प्रस्तावकों और एक इलेक्शन एजेंट के नाम सामने आ गए हैं। जिसके माध्यम से समाज के सभी वर्गों को सम्मान दिया गया है। सामाजिक दृष्टिकोण से इसमें सामान्य वर्ग, ओबीसी, अनुसूचित को शामिल किया गया तो व्यावहारिक कार्यगत नजरिये से उद्यमी, शिक्षाविद, चिकित्सक, शिक्षक और धर्म-अध्यात्म से जुड़े लोग सहभागी बने हैं।
चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज गोरखपुर के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार अग्रवाल (केमिकल इंजीनियरिंग), इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, महात्मा गांधी इंटर व पीजी कॉलेज के प्रबंधक मंकेश्वर नाथ पांडेय, रैदास मंदिर समिति के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद को मुख्यमंत्री की तरफ से दाखिल अलग-अलग सेट के नामांकन पत्र में प्रस्थापक या प्रस्तावक बनाया गया है। साथ ही महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ अरुण कुमार सिंह विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इलेक्शन एजेंट होंगे।
सुरेंद्र कुमार अग्रवाल
वैश्य समाज से आने वाले सुरेंद्र कुमार अग्रवाल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के कई बार अध्यक्ष रह चुके हैं। साथ ही वह स्थानीय स्तर पर उद्यमियों के सर्वमान्य प्रतिनिधि माने जाते हैं। उन्होंने आईआईटी रुड़की से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली और गीडा में उनकी अपनी केमिकल प्रोडक्ट की यूनिट है। वह योगी के संसदीय जीवन के प्रारंभ से ही उनके साथ जुड़े हुए हैं। सुरेंद्र कुमार अग्रवाल के सुझाव गोरखपुर में रेडीमेड गारमेंट को ओडीओपी में शामिल कराने और गीडा में रेडीमेड गारमेंट पार्क की स्थापना को लेकर दिए। जिसे सीएम योगी ने निर्णायक मुहर लगाई है।
डॉ मंगलेश श्रीवास्तव
मशहूर पैथॉलॉजिस्ट और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ मंगलेश श्रीवास्तव महानगर में सामाजिक सरोकारों के निर्वहन के लिए भी जाने जाते हैं। मंगलेश संस्कार भारती जैसे संगठन से जुड़कर वह समाज के हर वर्ग की प्रतिभाओं को मंच देने में अपनी भूमिका निभाते रहे हैं और उनकी कायस्थ समाज में मजबूत पैठ भी है। डॉ श्रीवास्तव का भी गोरक्षपीठ के सामाजिक प्रकल्पों से गहरा जुड़ाव रहा है। वह चिकित्सक समुदाय के बीच भी खासे लोकप्रिय हैं।
मंकेश्वर नाथ पांडेय
मंकेश्वर उस नेशनल एजुकेशनल सोसाइटी के प्रबंधक हैं जो महात्मा गांधी इंटर व पीजी कॉलेज समेत कई शिक्षण संस्थानों का संचालन करते है। उनकी ख्याति एक शिक्षाविद के रूप में पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में है। ब्राह्मण और कायस्थ दोनों समाजों का प्रतिनिधित्व करने वाले मंकेश्वर नाथ गोरक्षपीठ के सामाजिक अभियानों में सहभागी बनते रहे हैं। वह वर्ष 2007 में खुद भी शहर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं और अपनी पारिवारिक और सामाजिक पृष्ठभूमि से ब्राह्मणों और कायस्थों में खासे लोकप्रिय हैं।
विश्वनाथ प्रसाद
रैदास मंदिर समिति के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद सीएम योगी के नामांकन के लिए एक सेट प्रपत्र के प्रस्तावक हैं। अनुसूचित जाति से आने वाले विश्वनाथ समाजिक समरसता की उसी विचारधारा के प्रतिनिधि हैं जिसे गुरू गोरक्षनाथ, उनके उपासकों और संत रैदास ने अपने जीवन का मूल मंत्र बनाया। विश्वनाथ प्रसाद गोरक्षपीठ और उसके महंतों के छुआछुत और सामाजिक भेदभाव समाप्त करने के अभियान से न केवल प्रभावित हैं बल्कि खुद भी उससे जुड़े हुए हैं। उन्हें अनुसूचित वर्ग के लोगों में सामाजिक चेतना के लिए अभियान चलाने के लिए भी जाना जाता है।
इन चार प्रस्तावकों के अलावा महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ अरुण कुमार सिंह को सीएम योगी के विधानसभा चुनाव के लिए इलेक्शन एजेंट की जिम्मेदारी दी गई है। जातीय आधार पर ओबीसी से ताल्लुक रखने वाले डॉ सिंह की गिनती श्रेष्ठ शिक्षकों में होती है। उन्हें शैक्षिक अनुसाशन और प्रबंधन के लिए सराहा जाता है।
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