सार

हिस्ट्रीशीटर हाजी सईद शिमला के पास कुफरी में याक की सवारी करते हुए उसने एक तस्वीर फेसबुक पर पोस्ट की थी। जिससे उसकी लोकेशन पुलिस को पता चल गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 

मेरठ. उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में मार्च महीने में हिंसा फैलाने के मामले में भूमिगत हिस्ट्रीशीटर का फेसबुक प्रेम उसके लिए मुसीबत का सबब बन गया। आरोपी शिमला में मौज मस्ती में मशगूल था, पुलिस उसकी तलाश में खाक छान रही थी। लेकिन हाल ही में हिस्ट्रीशीटर ने एक ऐसी गलती कर दी, जिस पर उसे अब पछतावा हो रहा है। सोशल मीडिया की मदद लेकर पुलिस ने उसे पकड़ लिया है। हाल ही में आरोपी ने शिमला के पास कुफरी में याक की सवारी करते हुए तस्वीर फेसबुक पर पोस्ट की थी। जिससे उसकी लोकेशन पुलिस को पता चल गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 

क्या है पूरा मामला
मार्च माह में मेरठ के भूसामंडी में जिला प्रशासन पुलिस के साथ अवैध कब्जा हटवाने पहुंची थी। तभी इलाके में हिंसा भड़क गई और 200 से अधिक घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। इस दौरान भीड़ ने चार रोडवेज बसों व एक कार में तोड़फोड़ की थी। इससे कई यात्री घायल हुए थे। हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 30 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इस मामले में हाजी सईद को मुख्य आरोपी बनाया था। लेकिन वह फरार हो गया था।

लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था वो
सर्विलांस की मदद से उसकी लोकेशन ट्रेस कर एक टीम शिमला रवाना की गई। लेकिन इस बात की भनक आरोपी सईद को लग गई। उसके बाद वह लगातार लोकेशन बदलने लगा। एसपी अखिलेश सिंह ने बताया कि, सर्विलांस व स्थानीय पुलिस के सहयोग से सईद को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह जून माह में मॉब लिंचिंग के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा में भी आरोपी है। उसे थाने का हिस्ट्रीशीटर घोषित किया गया था।