सार
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मिर्जापुर (Mirzapur) जिले में एक शिक्षक का क्रूर चेहरा सामने आया। यहां दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले मासूम ने स्कूल के बाहर जाकर गोलगप्पे खा लिए, इससे प्रिंसिपल (Principal) इतना नाराज हो गया कि बच्चे को बालकनी से उल्टा लटका दिया। काफी देर तक खौफनाक सजा दिए जाने से बच्चा डर गया और उसकी तबीयत बिगड़ गई। बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया।
मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मिर्जापुर (Mirzapur) जिले में एक निजी स्कूल के प्रधानाचार्य (Principal) ने एक मासूम को अमानवीय सजा दी है। उन्होंने अनुशासन के नाम पर 7 साल के बच्चे को बालकनी से उल्टा लटका दिया। बाद में वीडियो और फोटो वायरल होने पर पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। बच्चे के पिता की तहरीर पर केस दर्ज किया गया। अब प्रधानाचार्य ने पूरी घटना पर माफी मांग ली और कहा कि गलती से लटका दिया था। पूरी वारदात के बाद से मासूम सहमा गया और उसकी तबीयत बिगड़ गई। किसी से भी कुछ बोलने में डर रहा है। उसने इस संबंध में सिर्फ अपने पिता को जानकारी दी है।
मामला अहरौरा में स्थित सद्भावना स्कूल का है। ये बच्चा दूसरी कक्षा में पढ़ता है। उसकी एक छोटी-सी शरारत पर स्कूल के प्रबंधक और प्रिंसिपल का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया था। उसने बच्चे को बालकनी से उल्टा लटका दिया और काफी देर तक बच्चे को ऐसे ही रखा। इस दौरान किसी ने फोटो-वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। बच्ची की गलती सिर्फ इतनी थी कि वो स्कूल के बीच में बाहर गोलगप्पे खाने के लिए चला गया था और ये बात प्रधानाचार्य मनोज विश्वकर्मा को पसंद नहीं आई। उन्होंने बच्चे को तालिबानी सजा दे दी।
स्कूल से घर आया बच्चा तो रोता रहा...
फिलहाल, मामले में डीएम के निर्देश पर रात में ही छात्र के पिता की तरहीर पर प्रधानाचार्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। बच्चे के पिता रंजीत यादव ने बताया कि स्कूल से वापस आने के बाद बेटा सोनू किसी को कुछ भी नहीं बोला और बस रोता रहा। काफी पूछने पर उसने घटना के बारे में बताया। इसी दौरान उसके साथ हुए जुल्म का वीडियो और फोटो भी सोशल मीडिया में वायरल हो गए। इसके बाद से ही बेटा चुप है और बुरी तरह से डर गया है। उसकी तबीयत ठीक नहीं है।
सफाई में बोले आरोपी प्रिंसिपल... बीएसए ने कहा- कार्रवाई करेंगे
मामले ने तूल पकड़ा तो आरोपी प्रिंसिपल मनोज विश्वकर्मा सफाई देता दिखा। उसने कहा कि जानबूझकर ऐसा नहीं किया है। गलती से बच्चे को बरामदे से लटा दिया था। इस बात को लेकर बच्चे के अभिभावकों से माफी भी मांग ली है। वहीं, बीएसएस का कहना है कि मामले में संज्ञान में आया है। इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ये एक गंभीर मामला है और पिता की तहरीर पर केस भी दर्ज किया गया है। अब आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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