सार
यूपी में हाल ही में हुई हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद अब यूपी नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष और हिंदूवादी नेता अमित जानी को जान से मारने की धमकी मिली है। बताया जा रहा है कि बुर्का पहने एक महिला आई और गार्ड को एक लिफाफा दे गई, जिसमें अमित के नाम धमकी भरा पत्र था।
नोएडा (Uttar Pradesh). यूपी में हाल ही में हुई हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद अब यूपी नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष और हिंदूवादी नेता अमित जानी को जान से मारने की धमकी मिली है। बताया जा रहा है कि बुर्का पहने एक महिला आई और गार्ड को एक लिफाफा दे गई, जिसमें अमित के नाम धमकी भरा पत्र था। पुलिस सीसीटीवी की मदद से महिला की पहचान करने में जुट गई है।
क्या है पूरा मामला
अमित जानी में पुलिस से शिकायत की है कि रविवार शाम करीब 5 बजे वो नोएडा सेक्टर-15ए में स्थित कॉरपोरेट टावर में बैठे थे। इस बीच ऑटो से एक बुर्का पहने महिला वहां आई और गेट के बाहर लगी डोर बेल बजाई। गार्ड ने मेन गेट खोला तो महिला ने उसे एक लिफाफा पकड़ा दिया और कहा कि इसे अमित जानी को दे देना। इसके बाद महिला तुरंत ऑटो में बैठकर वहां से चली गई।
लेटर में किया गया योगी मोदी का जिक्र
अमित के अनुसार, लिफाफा में एक लेटर मिला, जोकि मेरे नाम लिखा गया था। उसमें लिखा है कमलेश तिवारी के बाद अब अगला नंबर तुम्हारा है। योगी की छाती पर चढ़कर कमलेश को मारा था, अब मोदी की छाती पर चढ़कर तुझे मारेंगे।
पुलिस का क्या है कहना
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि अमित जानी की शिकायत पर थाना सेक्टर-20 में केस दर्ज किया गया है। उनके घर के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया गया है। उससे महिला की पहचान की जा रही है।
कश्मीरियों को यूपी छोड़ने की दे चुके हैं वार्निंग
बता दें, अमित जानी ने एक बार यूपी के मेरठ जिले में कश्मीरियों को पोस्टर और होर्डिंग्स लगाकर उत्तर प्रदेश छोड़ने की वॉर्निंग दी थी। पोस्टर में लिखा था- 'भारतीय सेना पर पत्थर मारने वाले कश्मीरियों का बहिष्कार। कश्मीरियों, उत्तर प्रदेश छोड़ो वरना...।' पोस्टर पर कश्मीर के पत्थरबाज युवकों और पाेस्टर लगवाने वाले अमित जानी की भी फोटो लगाई गई थी। इसमें यूपी में कश्मीरियों के खिलाफ हल्ला बोलने का एलान भी किया गया था। मामले पर तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने चिंता जताते हुए प्रदेश में कश्मीरियों की सुरक्षा के इंतजाम कराने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि दूसरों की तरह ये भी भारतीय नागरिक हैं।
मामला इतना बढ़ा कि केस दर्ज कर पुलिस ने अमित को जेल भेज दिया था।
मायावती की प्रतिमा तोड़ चुके हैं अमित
अमित पहली बार लखनऊ में पूर्व सीएम मायावती की प्रतिमा तोड़ने के आरोप में पहली बार विवादों में आए थे। इसके बाद जेएनयू के छात्र नेता कन्हैया कुमार की हत्या की सुपारी के मामले में वो और उनके साथी दिल्ली में हथियारों के साथ पकड़े गए थे।
इस एक्टर को दी थी पाकिस्तान जाने की सलाह
मॉब लिंचिंग को लेकर एक बार एकटर नसीरुद्दीन शाह ने बयान दिया कि जहर फैल चुका है, इस जिन्न को बोतल में बंद करना मुश्किल होगा। कानून को अपने हाथों में लेने की खुली छूट मिल गई है। उन्होंने अपने बेटे को लेकर भी चिंता जताई थी। एक्टर के इस बयान के बाद अमित ने नसीरुद्दीन शाह के लिए 14 अगस्त, 2019 का मुंबई से कराची का टिकट बुक करा उनके घर भेज दिया था। साथ ही कहा था कि उन्हें अब भारत में डर लगता है और अपने बच्चों की चिंता होती है, तो वो पाकिस्तान जा सकते हैं। न चले जाएं। हम उनका वादा निभा रहे हैं।
जब लगवाए थे योगी के ये पोस्टर
अमित ने एक बार लखनऊ और दिल्ली में #Yogi4PM के पोस्टर लगवाए थे। इन पोस्टरों में उन्होंने योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री बनाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने की मांग की गई थी।