सार
जयपुर के युवक ने व्हाट्सएप पर इंकलाब जिंदाबाद के नाम से ग्रुप बनाकर 300 से ज्यादा लोगों को जोड़ा था। इसमें युवकों को रेल और बसों को निशाना बनाने, आगजनी और तोड़फोड़ के लिए भड़काया जा रहा था। थाना मलपुरा क्षेत्र में पुलिस पर पथराव के मामले में जेल भेजे गए एक युवक के मोबाइल से यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जयपुर पुलिस से संपर्क किया है। आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है।
आगरा: 'अग्निपथ' योजना के विरोध में शुक्रवार को हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला था। इस प्रदर्शन के दौरान कई वाहन क्षतिग्रस्त भी हुए थे। अब पुलिस प्रदर्शनकारियों की तलाश में जुट गई है। इसी को लेकर युवकों को भड़काने की साजिश का खुलासा हुआ है। एक व्हाट्सएप ग्रुप भी सामने आया है जिसमें 300 से ज्यादा लोगों को जोड़ गया था।
जयपुर के युवक ने व्हाट्सएप पर इंकलाब जिंदाबाद के नाम से ग्रुप बनाकर 300 से ज्यादा लोगों को जोड़ा था। इसमें युवकों को रेल और बसों को निशाना बनाने, आगजनी और तोड़फोड़ के लिए भड़काया जा रहा था। थाना मलपुरा क्षेत्र में पुलिस पर पथराव के मामले में जेल भेजे गए एक युवक के मोबाइल से यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जयपुर पुलिस से संपर्क किया है। आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है।
शुक्रवार को मलपुरा में ग्वालियर हाईवे पर बवाल हुआ था। युवाओं की भीड़ में शामिल अराजकतत्वों ने पुलिस पर पथराव किया था। एसओ मलपुरा की गाड़ी को भी निशाना बनाया था। एक युवक ने फायरिंग भी की थी। सड़क की रेलिंग को तोड़ दिया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। आठ आरोपियों को जेल भेजा गया। इनमें सभी के मोबाइल की भी जांच की गई।
अग्निपथ योजना का विरोध करने के लिए भेजे जा रहे थे मैसेज
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि एक आरोपी के मोबाइल में इंकलाब जिंदाबाद नाम से व्हाट्सएप का ग्रुप मिला। इस ग्रुप में लगातार मैसेज आ रहे थे। कहा जा रहा था कि अग्निपथ योजना का विरोध करो। बस और ट्रेन में आग लगा दो। शांति से प्रदर्शन से कुछ नहीं होगा। यह सब करने से ही सरकार झुकेगी।
25 से ज्यादा एडमिन बनाए गए थे ग्रुप पर
इस योजना को वापस लेगी। इस ग्रुप के 25 से अधिक एडमिन बनाए गए थे, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जा सके। इसके साथ ही ग्रुप में 300 सदस्य बन गए थे। उनके उकसाने पर ही मलपुरा में बवाल हुआ था। पुलिस के पहुंचने की वजह से आगजनी नहीं हो सकी।
जयपुर के युवक ने बनाया था ग्रुप
एसएसपी ने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुप की जांच के लिए सर्विलांस और साइबर सेल की टीम को लगाया गया। पता चला कि ग्रुप जयपुर के युवक ने बनाया है। जिस युवक के मोबाइल में यह ग्रुप मिला, उसके बारे में जानकारी गोपनीय रखी गई है।
आरोपी युवक की गिरफ्तारी के लिए जयपुर पुलिस से संपर्क किया गया है। युवाओं को उकसाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ग्रुप के एडमिन पर भी शिकंजा कसा जाएगा। साइबर सेल को सक्रिय किया गया है। वह सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर निगाह रख रही है।