सार
जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने कहा कि राज्य व केंद्र सरकार से मेरा आग्रह है कि वह कानून को हाथ में लेने वालों के लिए एक अलग से कानून बनाए। देश का हालात जिस तरह पत्थरबाजी से खराब हो रहा है जो बहुत ही खराब बात है।
अयोध्या: नूपुर शर्मा के बयान को लेकर कानपुर में हिंसा के बाद प्रदेश के कई जिलों में हिंसा देखने को मिली। अब जुमे की नमाज के बाद हुई हिसा के लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। इसमें कुछ साधू-माहत्मा भी हैं जो नूपुर शर्मा के समर्थन में खड़े हैं। शुक्रवार को हुई हिंसा को लेकर जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने कहा कि जिस तरह से भारत में उपद्रव चल रहा है तो मेरा संदेश है कि भारत में कानून का राज ही चलेगा।
उन्होंने कहा कि कानून के दायरे मे सबको रखा जाए। कानून को हाथ में लेने वाला एक व्यक्ति हो या एक करोड़ हो ऐसे लोगों के खिलाफ सेना व पुलिस को गोली मारने की सीधी छूट होनी चाहिए।
पत्थरबाजी से खराब हो रहे देश के हालात
उन्होंने कहा कि राज्य व केंद्र सरकार से मेरा आग्रह है कि वह कानून को हाथ में लेने वालों के लिए एक अलग से कानून बनाए। देश का हालात जिस तरह पत्थरबाजी से खराब हो रहा है जो बहुत ही खराब बात है।
नुपूर शर्मा को लेकर जो पत्थरबाजी हो रही है। वह पूरी तरह गलत है और कोई गलती कर रहा है तो संविधान के दायरे में कोई भी कार्यवाही करा सकता है। पुलिस व अधिकारियों को पत्थर मारा जा रहा और आग लगाई जा रही है।
'हिंदुस्तान अब केवल हिंदुओं का है'
उन्होंने कहा कि बंटवारे की मांग मुसलमानों ने किया था। भारत को बंटवारा हुआ तो मुसलमानों को पाकिस्तान व बांग्लादेश मिल चुका है। इन दोनों देशों में हिंदुओं को दोयम दर्जे की नागरिकता है। इसी तरह यहां के मुसलमानों को भी हिंदुओं के समान अधिकार नहीं मिलना चाहिए। हिंदुस्तान अब केवल हिंदुओं का है। भारत अब हिंदू राष्ट्र बनेगा इसके लिए हम केंद्र सरकार से मांग करते है। उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों का उपद्रव चल रहा है।
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