सार
एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने पुलिस कार्यालय में खुलासा करते हुए बताया कि वारदात को अंजाम देने में एक होमगार्ड का बेटा सौरभ सिंह भी शामिल था। उसके साथ हरिनारायन और प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि 14 जून को लूट की वारदात को अंजाम देकर भागते वक्त बदमाशों की बाइक एक बिजली के पोल से टकरा गई। इस पर सवार दोनों बदमाशों को चोट आई थी। लेकिन दोनों बाइक लेकर भाग निकले थे।
बस्ती: लूट के आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी किडनी खराब है और इलाज के लिए उसके पास पैसे नहीं थे। इसलिए उसने इस लूट को अंजाम दिया। दरअसल कुसमौर-जटौलिया के पास दंपती से हुई लूटपाट का पुलिस ने खुलासा कर दिया। एंटी नॉरकोटिक्स व परसरामपुर थाने की संयुक्त टीम ने लूट में शामिल तीन बदमाशों को कस्बे के पशु अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया है। वहीं, पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से लूट गया 14 हजार रुपये, लूट में इस्तेमाल बाइक, दो कट्टा व कारतूस बरामद किया है।
आरोपियों में होमगार्ड का बेटा भी शामिल
एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने पुलिस कार्यालय में खुलासा करते हुए बताया कि वारदात को अंजाम देने में एक होमगार्ड का बेटा सौरभ सिंह भी शामिल था। उसके साथ हरिनारायन और प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि 14 जून को लूट की वारदात को अंजाम देकर भागते वक्त बदमाशों की बाइक एक बिजली के पोल से टकरा गई। इस पर सवार दोनों बदमाशों को चोट आई थी। लेकिन दोनों बाइक लेकर भाग निकले थे।
नंबर प्लेट की मदद से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
लूट में बाइक का प्रयोग करने से पहले इन लोगों ने बाइक का नंबर प्लेट निकालकर डिग्गी में रख लिया था, जो पोल से टकराने के दौरान वहीं गिर गया था। वारदात के बाद घटनास्थल की छानबीन में जुटी पुलिस के हाथ यह नंबर प्लेट लग गया था। इसी नंबर के आधार पर पुलिस टीम ने छानबीन शुरू की।
एएसपी ने आगे बताया कि बाइक नंबर लक्ष्मी नारायण के नाम पर रजिस्टर्ड था। पुलिस लक्ष्मीनारायण के पास पहुंची तो पता चला कि एक साल पहले उसने दरोगा पांडेय नाम के व्यक्ति को बेच दी थी। दरोगा पांडेय से पूछताछ हुई तो पता चला कि उन्होंने छह महीने पहले झिनकान पाठक को बेच दी। झिनकान पाठक ने इस बाइक को राजेश सिंह को बेची, जो होमगार्ड है।
पुलिस ने होमगार्ड राजेश सिंह से जानकारी ली तो पता चला कि बाइक उसका बेटा सौरभ ही प्रयोग करता है। इसके बाद पुलिस ने सौरभ को गिरफ्त में ले लिया। सौरभ से पूछताछ के आधार पर दूसरे आरोपी हरिनारायण तक पहुंची। इन दोनों ने बताया कि लूट का सारा माल तीसरे साथी प्रिंस के पास है। पुलिस ने प्रिंस को गिरफ्तार कर लूट का माल बरामद कर लिया।