सार
मौर्य ने सैफई का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकार में सैफई के विकास के लिए पैसा कहां से लाते थे? क्या विकास के लिए पैसा पिता जी से लाए थे ? इसके बाद अखिलेश तमतमा गए और लगभग डांटने के अंदाज में कहने लगे कि क्या तुम अपने पिता जी की संपत्ति बेचकर सड़क बनवाते हो।
लखनऊ: यूपी विधानसभा में बजट सत्र के तीसरे दिन भी पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच जोरदार भिड़ंत हो गई। नौबत ये आ गई कि अखिलेश मर्यादा भूल गए और गुस्से में मौर्य को 'तुम' कहकर संबोधित किया।
केशव ने सैफई को लेकर किया सवाल
दोनों के बीच पहले हल्की फुल्की नोकझोंक चल रही थी। दोनो मुस्कुरा भी रहे थे, पर जैसे ही मौर्य ने सैफई का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकार में सैफई के विकास के लिए पैसा कहां से लाते थे? क्या विकास के लिए पैसा पिता जी से लाए थे ?
'तुम अपने पिता जी की संपत्ति बेचकर सड़क बनवाते हो'
इसके बाद अखिलेश तमतमा गए और लगभग डांटने के अंदाज में कहने लगे कि क्या तुम अपने पिता जी की संपत्ति बेचकर सड़क बनवाते हो। अखिलेश के ये कहते ही सदन में जोरदार हंगामा खड़ा हो गया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सहमति-असहमति हो सकती है, पर किसी सदस्य के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
अखिलेश ने केशव पर कसा तंज
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन के दौरान केशव पर तंज कसते हुए कहा कि जनता ने इन्हें हराकर इनकी गर्मी निकाल दी। केशव ने इसका जवाब देते हुए कहा कि आप भी 400 सीट का दावा कर रहे थे, आप खुद 100 सीट ही जीत पाए हैं।
अखिलेश ने पूछा योगी सरकार से सवाल
अखिलेश ने कहा कि गर्मी खत्म नहीं हो सकती। मान लीजिए बनारस का चुनाव था। एमएलसी चुनाव में बीजेपी ने अपना प्रत्याशी उतारा वहां निर्दलीय जीत गया। बीजेपी की गर्मी उतर गई। जहां तक बिजली उत्पादन का सवाल है तो सरकार बताए कि पांच साल में बिजली का कौन सा कारखाना लगाया?