सार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा विगत दिनों कानपुर, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, अंबेडकर नगर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक शांति-सौहार्द के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया गया।
लखनऊ: यूपी के कई जिलों में नमाज के बाद हुए बवाल पर कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बैठक बुलाई। बैठक में जिलों के एसपी, डीएम, पुलिस कमिश्नर व एसएसपी शामिल हुए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर यह बैठक हुई। जिसमें मुख्यमंत्री प्रदेश में कानून व्यवस्था की समीक्षा की।
माहौल बिगाड़ने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश दिया कि समाजविरोधी तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए पर ध्यान रहे किसी निर्दोष का उत्पीड़न न हो, लेकिन एक भी दोषी न बचे। उन्होंने कहा कि माहौल बिगाड़ने वाले ऐसे असामाजिक तत्वों का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा विगत दिनों कानपुर, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, अंबेडकर नगर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक शांति-सौहार्द के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया गया। इससे पहले 03 जून को कानपुर में भी ऐसी ही कोशिश की गई थी। तब भी सतर्कता के निर्देश दिए गए थे, जिससे प्रदेश के ज्यादातर जिलों में शांति बनी हुई। यह शांति व्यवस्था चिर स्थायी रहे, इसके लिए सतर्क सावधान रहना होगा।
24×7 अलर्ट मोड में रहे पुलिस और प्रशासन
उन्होंने कहा कि समाजविरोधी कुत्सित प्रयासों पर यूपी पुलिस व प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्यवाही की गई है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन हमें हर तरह की परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा। पुलिस और प्रशासन 24×7 अलर्ट मोड में रहे। साथ ही उन्होंने कहा कि यह दुःखद है कि साजिशकर्ताओं ने अपने कुत्सित उद्देश्यों के लिए किशोरवय युवाओं को सहारा बनाया। ऐसे में मुख्य साजिशकर्ता की पहचान जरूरी है। यह समझना होगा कि असामाजिक तत्वों द्वारा ऐसे प्रयास आने वाले दिनों में फिर से हो सकते हैं। इन लोगों का उद्देश्य प्रदेश के शांति-सौहार्द को बिगाड़ना है। हमें एक टीम के रूप में काम करते हुए ऐसी कोशिशों को नाकाम करना होगा।
फील्ड के अधिकारियों के पास हो निर्णय लेने के अधिकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए फील्ड के अधिकारियों के पास सभी तरह के निर्णय लेने का अधिकार है। स्थानीय स्थिति-परिस्थिति को देखते हुए अपने यथोचित निर्णय लें। जिन भी जनपदों में आने वाले दिनों में माहौल बिगड़ने की आशंका हो, वहां आवश्यकतानुसार धारा 144 प्रभावी किया जाए। माफिया को संरक्षण देने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। माहौल बिगाड़ने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी।