सार

व्यावसायिक रंजिश में एक युवक का अपहरण कर दबंगों ने जमकर पीटा। वीडियो बनाकर वायरल किया। पांच माह तक वह महानगर कोतवाली के चक्कर काटता रहा। आरोपित पुलिस से साठगांठ की धमकी देकर धमकाता रहा।

लखनऊ: सीएम योगी के सख्त निर्देशों के बाद भी थानों पर पीड़ितों की लगातार अनसुनी की जा रही है। पीड़ित सालों थाने के चक्कर लगाते रहते हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। इसकी परिणाम ये होता है कि कोई बड़ी घटना घट जाती है और तब पुलिस की नींद टूटती है। महानगर इलाके का एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहा पीड़ित 6 महीने से थाने के चक्कर लगा रहा था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 

पीड़ित पाच माह तक लगाता रहा थाने का चक्कर
व्यावसायिक रंजिश में एक युवक का अपहरण कर दबंगों ने जमकर पीटा। वीडियो बनाकर वायरल किया। पांच माह तक वह महानगर कोतवाली के चक्कर काटता रहा। आरोपित पुलिस से साठगांठ की धमकी देकर धमकाता रहा। थक हार कर एससीएसटी आयोग, आइजीआरएस पर बीते दिनों शिकायत की उसके बाद शुक्रवार को छह नामजद के खिलाफ मारपीट, बलवा, एससीएसटी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।

ये है पूरा मामला
महानगर गोपालपुरवा में रहने वाले संदीप गौतम ने बताया कि बंधा रोड पर उसकी पूड़ी-कचौड़ी की दुकान है। उसकी दुकान काफी चलती है। कुछ दूरी पर अंशू यादव उर्फ मोती की भी पूड़ी-खस्ते की दुकान है। संदीप के मुताबिक उसकी दुकान अच्छी चलती है। इस लिए अंशू रंजिश मानता है। साथ ही बताया कि  अंशू और उसके साथी अक्सर दुकान पर आकर दलित कहकर ग्राहकों को भगा देता है। बीती 10 फरवरी की सुबह करीब 10:30 बजे अंशू उसके साथी अभिषेक, सूरज यादव, अमन, अभिषेक प्रजापति और आयुष वर्मा काले रंग की कार से पहुंचे। उक्त लोगों ने कार में खींच लिया और बंधक बनाकर ले गए और रास्ते भर मारते पीटते रहे।

दलित का बोर्ड लगाने की दी धमकी
इसके बाद आरोप‍ित उसे एक पार्क में ले गए। वहां भी सब ने पीटा और वीडियो बना लिया। वीडियो में कहलाया कि मैं दलित हूं। इसके बाद दुकान पर दलित का बोर्ड टांगने की धमकी दी। फिर दुकान बंद कर भाग जाने की धमकी देकर छोड़ा। मामले की शिकायत महानगर थाने लेकर पहुंचे तो पुलिस ने टरका दिया। थाने में कोई सुनवाई नहीं हुई क्योंकि आरोपितों की साठगांठ पुलिस कर्मियों से है। पांच माह तक थाने के चक्कर लगाता रहा कोई सुनवाई नहीं हुई। बीती 10 जुलाई को उक्त लोग फिर दुकान पहुंचे। ग्राहकों के सामने गाली देने लगे। इस कारण ग्राहक चले गए। फिर दुकान बंद करने की धमकी देते हुए चले गए। इसके बाद बीती 13 जुलाई को एससीएसटी आयोग और आइजीआरएस पर शिकायत की एडीसीपी पूर्वी अनिल यादव से मिले। इसके बाद शुक्रवार को अंशू और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद से उक्त लोग धमकी दे रहे हैं।

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