सार

लखनऊ में मां की गोली मारकर हत्या करने वाले 16 साल के बेटे के इरादों की भनक उसके पिता को पहले ही लग गई थी। छटपटाहट में उन्होंने 5 दिन में 2 हजार से ज्यादा कॉल किए। 3 जून को एक बार बात हुई, लेकिन दोबारा कॉल रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद से ही उन्हें एहसास हो रहा था कि अब पत्नी जिंदा नहीं है।

लखनऊ: पीजीआई थाना क्षेत्र में गेम खेलने को लेकर मां की हत्या का मामले में दिन पर दिन नई कहानी सामने आ रही है। इसमें सबसे चौकाने वाला मामला ये सामने आ रहा था कि बेटा मां की हत्या के बाद दोस्तों के साथ मैच खेलने चला गया। इतना ही नहीं दोस्तों को घर बुलाकर पिक्चर भी देखी। 

हत्या के बाद दोस्तों के साथ की पार्टी
सुबह 8 बजे बहन को कमरे में बंद करके मां की स्कूटी लेकर मैच खेलने चला गया। दोपहर 3 बजे खेलकर लौटा। शाम 5 बजे एक दोस्त को फोन करके बुलाया। बहन को दूसरे कमरे में बंद करके दोस्त के साथ पार्टी की। रात भर दोनों ने मूवी देखी। दोस्त ने मां के बारे में पूछा तो बताया कि दादी के पास गईं हैं।

लखनऊ में मां की गोली मारकर हत्या करने वाले 16 साल के बेटे के इरादों की भनक उसके पिता को पहले ही लग गई थी। छटपटाहट में उन्होंने 5 दिन में 2 हजार से ज्यादा कॉल किए। 

3 जून को एक बार बात हुई, लेकिन दोबारा कॉल रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद से ही उन्हें एहसास हो रहा था कि अब पत्नी जिंदा नहीं है। उनकी ये आशंका उस वक्त यकीन में तब्दील हो गई जब खुद बेटे ने ही उन्हें कॉल करके कहा कि मां मर चुकी है। 

छत के रास्ते घर में घुसकर किसी ने मां की हत्या कर दी
बीते 7 जून को लाश छिपाना मुश्किल हो गया था। पिता नवीन का सुबह से फोन और वॉट्सऐप मैसेज आ रहा था। दोपहर में उसने कॉल पिक किया। शाम तक घर के अंदर बेतहाशा बदबू फैल गई। उसे लगा कि घटना को छिपाना अब मुश्किल है। इस पर शाम करीब 7 बजे खुद पिता नवीन को फोन किया। बोला- पापा छत के रास्ते घर में घुसकर किसी ने मां की हत्या कर दी।

भूखी बहन को पड़ोसी से मांग कर खिलाया खाना
सोमवार को सुबह दोस्त चला गया। दोपहर करीब 12 बजे बहन ने कहा कि भूख लगी है। इस पर पड़ोसी के घर गया। बोला कि मां दादी के घर गई है। मुझे खाना बनाना नहीं आता है। बहन भूखी है। पड़ोसी ने खाना दिया। उसे लेकर घर आया। शाम 5 बजे दूसरे दोस्त को बुलाया। इस बार दोस्त के साथ घर में ही खाना बनाया। तब तक कमरे में पड़ी लाश सड़ने लगी थी। हल्की बदबू आ रही थी। उसने दोस्त से बोला घर के बगल में जानवर मरा है।

पिता को पहले से ही था बेटे पर हत्या का शक
शुक्रवार को पति नवीन की पत्नी से आखिरी बार बात हुई। बता दें कि नवीन कुमार सिंह पश्चिम बंगाल के आसनसोल में 21 राजपुताना बटालियन में पोस्टेड हैं। वह बताते हैं कि शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे मैंने पत्नी साधना को फोन किया। पूछा कि बिजली का बिल जमा हुआ कि नहीं। जवाब मिला कि जेई के पास ही जा रही हूं। यह मेरी पत्नी से आखिरी बातचीत थी। इसके बाद शाम को मैंने फोन किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। लगातार करीब 50 कॉल पर भी कोई जवाब नहीं मिला। इसी वक्त मुझे लगा कि बेटे ने मां को मार डाला।'

मां की हत्या का बाद मैच खेलने गया बेटा
'रविवार सुबह 8 बजे थे। मैंने फोन किया तो अचानक बेटे ने फोन उठा लिया। पूछा- मम्मी कहां है। बेटा बोला सामान लेने बाहर गई हैं। मैंने उससे कहा कि बहन से बात कराओ। बेटी ने भी वही बात दोहराई जो भाई बोल चुका था, लेकिन उसकी आवाज बुझी सी थी। मुझे पक्का लगने लगा कि बेटे ने उसकी मां को मार दिया है। 

इसके बाद मैंने सामने रहने वाले पड़ोसी को फोन किया। उनको घर भेजा। पड़ोसी ने बताया कि घर पर कोई नहीं है। बेटा क्रिकेट की किट लेकर स्कूटी से कहीं जा रहा है। इस पर मेरा शक पुख्ता हो गया, क्योंकि साधना बेटे को कभी स्कूटी नहीं देती थी।

बेटे ने ऐसे उतारा मां को मौत के घाट
सुबह फिर से मां साधना बिल जमा करने के लिए बिजली विभाग के ऑफिस गईं। वहां से लौटकर आई तो मिस्त्री ने कुछ सामान लाने को कहा। वो लेकर लौटीं तो बेटा फोन पर गेम खेल रहा था। गुस्से में फोन छीनकर बेटे के बाल पकड़कर पिटाई की। शाम को 10 हजार रुपए गायब हो गए। बेटे पर शक हुआ तो फिर से उसे पीटा।

रात करीब 10 बजे एक ही बेड पर बीच में साधना, दाईं ओर बेटा और बाईं ओर 10 साल की बेटी सोई थी। रात 2 बजे बेटा उठा। बहन और मां गहरी नीद में थी। उसने अलमारी से पिस्टल निकाली। मैगजीन लोड की और साधना की दाईं कनपटी पर सटाकर फायर कर दिया।

गोली की आवाज सुनकर बहन जगी तो बोला चेहरा घुमा ले मां मर चुकी है। इसके बाद बहन को दूसरे कमरे में लेकर चला गया। पूरी रात बहन सिसकती रही और वो उसे धमकाता रहा।

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