सार

उत्तर प्रदेश में पुलिस का ऑपरेशन क्लीन लगातार जारी है। बीते 6 सालों में पुलिस ने 173 अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर किया है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि पुलिस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। 

लखनऊ: कानून व्यवस्था को लेकर सत्ता में आई योगी सरकार के कार्यकाल में पुलिस का बदमाशों के खिलाफ एक्शन लगातार जारी है। यूपी पुलिस ने इस साल भी कई कुख्यात बदमाशों से मुठभेड़ की है। आंकड़ों की बात की जाए तो इस वर्ष के महज 10 दिनों में पुलिस ने 4 बदमाशों को पुलिस ने मार गिराया है। मुठभेड़ और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भले ही कई सवाल खड़े हुए हो लेकिन अधिकारियों ने अपने कदमों को पीछे नहीं खींचा।

इस साल शुरुआत से ही जारी है पुलिस का एक्शन 
पुलिस की ओर से आगरा में मंगलवार की देर रात भी 50 हजार के इनामी बदमाश को मार गिराया गया। साल के पहले ही दिन गौतमबुद्धनगर में भी एक लाख का इनामी बदमाश कपिल मारा गया। इसके बाद बुलंदशहर में 2 जनवरी और 3 जनवरी को भी पुलिस मुठभेड़ सामने आई। पुलिस ने यहां एक लाख के इनामी आशीष और 50 हजार के इनामी अब्दुल को मारा। आपको बता दें कि योगी सरकार 2.0 के सत्ता में आने के बाद यानी 25 मार्च 2022 से अब तक कुल 15 अपराधी मारे जा चुके हैं। एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि आगे भी यूपी पुलिस की अपराधिरयों के प्रति यह जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी। 

2018 में मारे गए सबसे अधिक अपराधी 
प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस अपराधियों का इसी तरह से डटकर सामना करती रहेगी। मार्च 2017 से लेकर अब तक पुलिस और बदमाशों के बीच में 10531 से अधिक मुठभेड़ हुई हैं। इस दौरान 13 पुलिसकर्मियों ने भी अपने प्राणों की आहूति दी है। जबकि गोली लगने से इस बीच तकरीबन 1400 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इस बीच 173 अपराधी ढेर किए गए हैं। ज्ञात हो कि प्रदेश की कानून व्यवस्था में हुए बदलाव के पीछे पुलिस की कार्रवाई को सबसे अहम माना जा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ स्वंय बैठकर माफिया और अपराधियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई की समीक्षा करते हैं। हालांकि बीते 6 वर्षों के दौरान बीते साल पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ का आंकड़ा सबसे कम रहा है। आंकड़ों की बात हो तो साल 2018 में सबसे ज्यादा 41 अपराधी मारे गए थे। 

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