सार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) शनिवार को गांधी जयंती  (Gandhi jayanti) पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा- बच्चियों की शिक्षा (Girls Education) पर ध्यान देना जरूरी है। कोरोनाकाल में बहुत से लोग फीस (School Fee) भरने में असमर्थ हैं। शिक्षा विभाग की तरफ से जिले पर नोडल अफसर बनाए जाएंगे।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गांधी जयंती पर बच्चियों की पढ़ाई को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा आदेश जारी किया। सीएम ने कहा कि निजी स्कूल में अगर एक ही घर से दो बहनें एक साथ पढ़ती हैं तो एक की फीस माफ की जाए। अगर निजी स्कूल फीस माफ नहीं करता तो शिक्षा विभाग उस बच्ची की फीस भरने की व्यवस्था करे। इसके लिए जिला स्तर पर नोडल अफसर बनाए जाएं। सीएम यहां लोकभवन में आयोजित छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। 

सीएम ने प्रदेश के एक लाख 51 हजार छात्रों के अकाउंट में स्कॉलरशिप भेजी। उन्होंने 30 नवंबर तक प्रत्येक स्टूडेंट के खाते में स्कॉलरशिप भेजने के निर्देश दिए, ताकि उनके पढ़ने में कोई दिक्कत न आए। योगी का कहना था कि बच्चियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित करना जरूरी है। विभाग को मिलकर इस पर काम करना चाहिए। कोरोनाकाल में बहुत से लोग फीस भरने में असमर्थ हैं। इस पहल से उनको मदद मिलेगी। सरकारी विद्यालयों में महिला शिक्षा को बढ़ावा दिया जाए।  

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स्वच्छ भारत से इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी पर नियंत्रण
उन्होंने कहा कि गांधीजी ने सत्य और अहिंसा के बल पर देश को आजाद करवाया। 2014 में 2 अक्तूबर को स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया गया था। इसी का परिणाम है कि आज हमने इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों पर 99 प्रतिशत तक काबू पा लिया है। प्रदेश के 38 जिलों में ये बीमारी 97 प्रतिशत तक नियंत्रित हो चुकी है। ये भी कहा कि आजादी के तत्काल बाद एससी, एसटी, ओबीसी और माइनॉरिटी को वोट बैंक तो माना गया, मगर उनकी आवाज को नहीं सुना गया। हमारी सरकार में उन्हें विकास का लाभ मिल रहा है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और पीएम नरेंद्र मोदी की सोच के अनुरूप तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। 

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