सार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस विभाग के कर्मचारियों को हफ्ते में एक दिन का वीकली ऑफ देने की घोषणा की थी । इस नई व्यावस्था को जमीन पर उतारने की शुरूआत मंगलवार से कर दी गई है ।

कानपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस विभाग के कर्मचारियों को हफ्ते में एक दिन का वीकली ऑफ देने की घोषणा की थी । इस नई व्यावस्था को जमीन पर उतारने की शुरूआत मंगलवार से कर दी गई है । कानपुर में मंगलवार को 700 सिपाही और दरोगा एक दिन के लिए वीकली ऑफ पर है । लेकिन छुट्टी पर रहने वाले पुलिसकर्मीयों को ये बात समझ में नहीं आ रही है कि वो थाना छोड़े या नहीं । क्यों कि इमरजेंसी ड्यूटी पर बुलाया गया तो उन्हे 15 मिनट में हाजिर होना होगा । 

पुलिस विभाग के कर्मचारी 24 घंटे ड्यूटी करने की वजह से वो लगातार तनाव में रहते है । दिन रात काम के दबाव की वहज से बीते कुछ वर्षो में पुलिसकर्मीयों के सुसाईड की वारदातों में इजाफा हुआ है । शासन और पुलिस विभाग के आलाधिकरियों ने इस पर मंथन किया तो ये बात सामने आई कि काम के प्रेशर की वहज से सुसाईड की घटनाएं सामने आ रही है । इससे निजात पाने के लिए पुलिसकर्मीयों को सप्ताह में एक दिन का वीकली ऑफ देने का विचार किया गया है। तनाव मुक्त करने के लिए शासन ने वीकली ऑफ देने की मंजूरी देदी है । 

शासन ने कानपुर को सप्ताहिक अवकाश योजना के तहत पायलट योजना में शामिल किया है । कानपुर के 700 सिपाही और दरोगा मंगलवार सुबह 8 बजे से बुधवार सुबह 8 बजे तक अवकाश पर रहेंगे । इस काम के लिए एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवारल को नोडल अधिकारी नियूक्त किया गया है । 

एसपी पूर्वी के मुताबिक सभी थाना प्रभारियों को पुलिसकर्मीयों के हिसाब से रोस्टर तैयार करने को कहा गया था । सभी ने इस काम को पूरा कर लिया है । कानपुर शहर के सभी थानों में लगभग पांच हजार सिपाही और दरोगा तैनात है । सप्ताह में सात दिनों के हिसाब से इसे डिवाईड किया गया है । मंगलवार से नई व्यावस्था को लागू किया जा रहा है और 700 पुलिसकर्मियों को वीकली ऑफ दिया जा रहा है । एक सप्ताह बाद इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी । 

उन्होने कहा कि इसे वीकली ऑफ नहीं कहा जा सकता है । छुट्टी पर रहने वाले सिपाही दरोगा रिर्जव रहेंगे । इस दौरान वो रेस्ट कर सकते है अपनी वर्दी का रखरखाव कर सकते है । इसके साथ ही इमरजेंसी पड़ने पर 15 मिनट में थाने मे हाजिर होना होगा । 


वीकली ऑफ पर जाने वाले पुलिसवाले इस बात को लेकर परेशान है कि वो थाना छोड़े या नहीं । 24 घंटे तक रिजर्व में रहने वाले सिपाहियों को इमरजेंसी पड़ने पर 15 मिनट में हाजिर होने को कहा गया है । इस स्थित में यदि वो 15 मिनट में हाजिर नहीं होते है तो अनुशासनहीनता का दोषी पाया जाएगा  ।