सार

बाघ को देखने के लिए पर्यटक काफी दूर दूर से आथे हैं। ऐसे में कुछ जिप्सी संचालकों द्वारा नियम तोड़ने का मामला सामने आया। जिसके बाद कुछ जिप्सियों को सात दिनों के लिए बैन कर दिया गया है। जिप्सी पास में खड़ी करने पर कई बार बाघ आक्रामक हो जाते हैं। 

रामनगर: कार्बेट पार्क में जिप्सी चालकर सफारी के नियमों का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं। पर्यटकों को बाघ के नजदीक ले जाने समेत जिप्सी खड़ी करने तक कई उल्लंघन सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में पर्यटकों को बाघ के नजदीक ले जाने और एक ही जगह पर जिप्सियां खड़ी करने वाले सात जिप्सी संचालकों के खिलाफ विभाग की ओर से कार्रवाई की गई है। अगले आदेश तक इन जिप्सियों पर कार्बेट पार्क के भीतर प्रवेश पर बैन लगा दिया गया है। जिसके बाद यह जिप्सियां नए आदेश जारी होने तक अंदर एंट्री नहीं पा पाएंगी। 

बाघ के पास ले जाकर खड़ी करते थे जिप्सी
गौरतलब है कि कार्बेट पार्क में सफारी के दौरान राष्ट्री बाघ संरक्षण प्राधिकरण दिल्ली की ओर से दिशा निर्देश तय किए गए हैं। इसके तहत पर्यटक दूर से ही बाघ को देख सकते हैं। उनके नजदीक जिप्सी ले जाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। लेकिन फिर भी जिप्सी संचालकों की मनमानी वहां पर देखने को मिलती रहती है। इसी कड़ी में वह बाघ के नजदीक ले जाकर जिप्सी को खड़ा कर देते हैं। इसके चलते कई बार बाघ के आक्रामक होने का खतरा भी बना रहता है। बाघ के नजदीक जिप्सियों के खड़े होने की तस्वीरें कई बार इंटरनेट पर सामने आ चुकी हैं। जिसके बाद यह कार्रवाई सामने आई है। 

नियम तोड़ने पर लगाया गया बैन
पार्क के वार्डन आर के तिवारी के द्वारा जानकारी दी गई कि कार्बेट के ढिकाना पर्यटन जोन में सफारी के दौरान नियम तोड़ने पर 7 जिप्सियों पर एक सप्ताह के लिए बैन लगाया गया है। फिलहाल इस समय तक यह जिप्सियां कार्बेट पार्क के भीतर नहीं जा सकेंगी। यह कार्रवाई जिप्सी चालकों की मनमानी के बाद की गई है। 

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