सार
अलीगढ़ के एक कॉलेज का वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वहां का एक शिक्षक नमाज पढ़ता नजर आ रहा है। जिस पर हिंदूवादी नेताओं ने आपत्ति जताई है और माहौल को खराब करने का आरोप भी लगाया है। यह वीडियो शहर के श्री वार्ष्णेय कॉलेज का है।
अलीगढ: उत्तर प्रदेश के जिले अलीगढ़ के कॉलेज का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शिक्षक नमाज अदा करते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो शहर के श्री वार्ष्णेय कॉलेज का है, जहां पर एक शिक्षक नमाज पढ़ता नजर आ रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद इस पर हिंदू संगठनों ने ऐतराज किया है। यह मामला इतना तूल पकड़ लिया कि कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि कार्यवाहक प्राचार्य को बुलाकर मामले की जानकारी ली गई है। इसके लिए कमेट का गठन कर रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही भविष्य में ऐसी गतिविधियों को नहीं होने दिया जाएगा।
शिक्षक पर हिंदूवादी नेताओं ने माहौल खराब करने का लगाया आरोप
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार यह वीडियो शहर के गांधी पार्क थाना इलाके के पास स्थिति श्री वार्ष्णेय कॉलेज का है। इस वीडियो में एक शिक्षक नमाज पढ़ता हुआ दिख रहा है। इस दौरान किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। जिसके बाद हिंदूवादी नेताओं ने आपत्ति जताई है। साथ ही शिक्षक पर माहौल खराब करने का भी आरोप लगाया है। इसके अलावा स्थानीय पुलिस को लिखित शिकायत भी दी है। हिंदूवादी संगठनों ने शिक्षक द्वारा कॉलेज में नमाज पढ़न को गलत बताया और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
हिंदूवादी नेताओं की शिकायत के बाद पुलिस कर रही जांच
शहर के श्री वार्ष्णेय कॉलेज में नमाज अदा करने वाले शिक्षक का नाम एसआर खालेद है। हिंदूवादी नेताओं की शिकायत किए जाने के बाद पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल करने में जुट गई है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हर पहलू से पता लगा रही है। पुलिस ने इस मामले में कॉलेज प्रशासन से भी संपर्क कर जानकारी मांगी है। वहीं, प्राचार्य प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता ने इस मामले में जांच कराए जाने की बात कही है। कॉलेज प्रशासन ने परिसर में नमाज पढ़ने को नियम विरुद्ध माना है।
कॉलेज प्रशासन नहीं देता धार्मिक कार्य करने की अनुमति
श्री वार्ष्णेय कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि एक शिक्षक के कॉलेज में नमाज पढ़ने की जानकारी मिलने के बाद जांच कमेटी गठित कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद जल्द से जल्द शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि यह शिक्षण संस्थान हैं, यहां पढ़ाई के अलावा किसी को भी धार्मिक कार्य करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। अब नमाज अदा करने वाले शिक्षक एसआर खालेद के खिलाफ जांच होने के बाद ठोस कदम लिया जाएगा।
मंदिर-मस्जिद विवादों के बीच कानपुर की मेयर का नया दावा, शहर में 124 मंदिरों पर हो चुका है कब्जा