सार
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हिरण्यकश्यप भी यही चाहता था कि प्रहलाद जो उनका पुत्र है वह भगवान विष्णु को कैसे मान सकता हैं। वह चाहता था भगवान की जगह उसकी पूजा हो। ईश्वरीय सत्ता को चुनौती देना, राष्ट्र की सत्ता को चुनौती देना, सामान्य नागरिकों की भावनाओं का अनादर हिरण्यकश्यप औऱ होलिका की प्रवृत्ति हो सकती है।
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के पारंपरिक भगवान नरसिंह शोभा यात्रा में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक सीएम योगी आदित्यनाथ घंटाघर पहुंचे। गोरक्षपीठाधीश्वर और कार्यवाहक सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में घंटाघर से शोभायात्रा निकली। इस दौरान गोरखपुर के लोगों ने योगी आदित्यनाथ के साथ फूल, गुलाल और रंगों की होली खेली। शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए थे। ज्ञात हो कि दो साल बाद हुई इस शोभायात्रा को लेकर लोगों में खासा उत्साह था। दो सालों से कोरोना संक्रमण के चलते शोभायात्रा का आयोजन नहीं हुआ था।
आपको बता दें कार्यवाहक सीएम योगी आदित्यनाथ तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे थे। दौरे के तीसरे दिन शनिवार को गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई में नरसिंह शोभायात्रा घंटाघर से निकलेगी। शोभायात्रा की शुरुआत गोरक्षपीठ में होलिका की भस्म का तिलक लगाकर हुई।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ और श्री होलिकोत्सव समिति महानगर द्वारा परंपरागत रूप से निकाली गई शोभायात्रा को योगी आदित्यनाथ के द्वारा संबोधित भी किया गया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर कमिशनरी के अंदर 28 में से 27 सीटे भाजपा के राष्ट्रवाद और सुशासन को मिली हैं। राष्ट्रवाद और सुशासन को आगे बढ़ाने के लिए जनता ने यह प्यार हमें दिया है। हर पर्व और त्यौहार हमें अच्छे मार्च पर चलने का संदेश देता है। अगर भक्त प्रहलाद बुआ का कहना मानकर भक्ति के मार्ग के विचलित हो जाते तो उस खास त्यौहार पर हम उनका स्मरण न करते। होली में छोटा-बड़ा, बच्चे-बुजुर्ग सभी एक साथ जुटते हैं। हिरण्यकश्यप भी यही चाहता था कि प्रहलाद जो उनका पुत्र है वह भगवान विष्णु को कैसे मान सकता हैं। वह चाहता था भगवान की जगह उसकी पूजा हो। ईश्वरीय सत्ता को चुनौती देना, राष्ट्र की सत्ता को चुनौती देना, सामान्य नागरिकों की भावनाओं का अनादर हिरण्यकश्यप औऱ होलिका की प्रवृत्ति हो सकती है। लेकिन सामान्य जनमानस तो भक्त प्रहलाद के रूप में जब भी अपनी राष्ट्र अराधना के मार्ग पर चलता है तो नरसिंह भगवान उसका सहयोग करने के लिए हमेशा साथ देते हैं। होली का त्यौहार हमें प्रेरणा देता है कि चुनौती कितनी भी बड़ी क्यों न हो बिना विचलित हुए पथ पर आगे चलना होगा।