बिहार में बाढ़ का भयावह मंजर, 10 साल का टूटा रिकॉर्ड, खतरे को देख रेड अलर्ट
बिहार में शुक्रवार रात से जारी भारी बारिश की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। बारिश से जुड़ी घटनाओं की वजह से अब तक यहां 13 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 20 से ज्यादा जिलों में रेड अलर्ट और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। आलम यह है कि कई जगह सड़कों पर नाव चल रही हैं।
पटना. बिहार में शुक्रवार रात से जारी भारी बारिश की वजह से लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। पटना से लेकर भागलपुर तक हर ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है। राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं की वजह से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 20 से ज्यादा जिलों में रेड अलर्ट और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। सीएम नीतीश कुमार ने इन जिलों में 2 से 3 दिन तक की छुट्टी घोषित कर दी है। पटना सहति कई दूसरे जिलों में एनडीआरएफ के 60 और एसडीआरएफ जवानों ने कमान संभाल रखी है।
राजधानी में चल रही नाव और जेसीबी
बिहार की राजधानी पटना के हाल बहुत बुरे हैं। यहां बाढ़ जैसे हालत बन गए हैं, शहर के अधिकतर सड़कें पूरी तरह से डूब चुकी हैं। राज्य के कई रेल मार्ग बारिश की वजह से बंद हैं। पटना शहर का यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। निचले इलाकों से लोगों को जेसीबी के जरिए निकाला जा रहा है। आलम है कि कई जगह सड़कों पर नाव चल रही हैं।
पटना में 10 साल का रिकॉर्ड टूटा
पटना में शनिवार को बारिश का पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। पटना में शनिवार को 177 मिमी बारिश हुई। इससे पहले 3 सितंबर 2013 को चौबीस घंटे के दौरान 158 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। पटना के इकोपार्क और पटना जू के इलाके में घुटनों तक पानी भरा हुआ है। इस VIP एरिया रहने वाले बड़े-बढ़े अधिकारियों और मंत्री-विधायकों के बंगलों में पानी भर गया है। राज्य की डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी से लेकर प्रदेश के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा के आवास में भी पानी भर गया है।