वीडियो के पीछे की कहानी, जब मनोज तिवारी के काफिले के लिए रोकी गई एम्बुलेंस

कुछ दिनों से दिल्ली का एक वीडियो बार-बार वायरल किया जा रहा था। इसमें कहा जा रहा था कि सांसद मनोज तिवारी के काफिले के लिए एक एम्बुलेंस को रोका गया था, जिससे इलाज में देरी होने से एक बच्ची की मौत हो गई थी।

/ Updated: Sep 21 2019, 06:59 PM IST

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सोनीपत. यह है 2 साल की वर्षा। यह बच्ची नर्सरी क्लास में पढ़ती है। यह बंदेपुरा गांव में रहती है। दुर्भाग्यपूर्ण इस बच्ची को एक फेक वीडियो के जरिये बार-बार मरा हुआ बताया जा रहा है। कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो बार-बार वायरल किया गया। यह बच्ची बीमार थी। उसके नाक-मुंह से खून बह रहा था। उसे हॉस्पिटल लेकर जा रहे थे। रास्ते में सांसद मनोज तिवारी का काफिला निकल रहा था। लिहाजा एम्बुलेंस को भी रोक लिया गया। लोगों ने हंगामा किया, बावजूद एम्बुलेंस को नहीं जाने दिया गया। नतीजा समय पर इलाज न मिलने पर बच्ची की मौत हो गई। इस एम्बुलेंस के ड्राइवर ओमप्रकाश ने बताया कि यह सही है कि बच्ची गंभीर थी। यह वीडियो दो साल पुराना है। लोगों की मदद से एम्बुलेंस को निकल जाने दिया गया था। बच्ची के पिता जय भगवान ने बताया कि उनकी बेटी अच्छी है। वीडियो में जो कहा जा रहा है वो गलत है।