भोपाल में मुफ्ती अब्दुल रज्जाक के निधन के बाद करना पड़ी भयानक सख्ती, छावनी में तब्दील पुराना भोपाल


वीडियो डेस्क। मध्य प्रदेश की राजधानी में भोपाल में सख्ती से कोविड गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। हालांकि पहले के मुकाबले अब भोपाल में कोरोना के केस कम आ रहे हैं,लेकिन इनकी संख्या ज्यादा ना हो इसके लिए प्रशासन काफी अलर्ट मोड पर है।  राजधानी में मुफ्ती अब्दुल रज्जाक के निधन के बाद पुराने भोपाल को छावनी में तब्दील कर दिया है। मुफ्ती अब्दुल रज्जाक सबसे उम्र दराज मुफ्ती थे भोपाल के. मुफ्ती साहब जमीयत उलेमा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी थे। इसी के ही साथ सबसे पुराने मदरसा और तर्जुमा वाली बड़ी मस्जिद के संस्थापक भी थे। मुफ्ती अब्दुल रज्जाक, इकबाल मैदान स्थित तर्जुमा वाली बड़ी मस्जिद में रहते थे।  मुफ्ती साहब को गुरुवार को दोपहर भोपाल टॉकीज के पास कब्रिस्तान में दफनाया गया।

/ Updated: May 28 2021, 01:09 PM IST

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वीडियो डेस्क। मध्य प्रदेश की राजधानी में भोपाल में सख्ती से कोविड गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। हालांकि पहले के मुकाबले अब भोपाल में कोरोना के केस कम आ रहे हैं,लेकिन इनकी संख्या ज्यादा ना हो इसके लिए प्रशासन काफी अलर्ट मोड पर है।  राजधानी में मुफ्ती अब्दुल रज्जाक के निधन के बाद पुराने भोपाल को छावनी में तब्दील कर दिया है। मुफ्ती अब्दुल रज्जाक सबसे उम्र दराज मुफ्ती थे भोपाल के. मुफ्ती साहब जमीयत उलेमा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी थे। इसी के ही साथ सबसे पुराने मदरसा और तर्जुमा वाली बड़ी मस्जिद के संस्थापक भी थे। मुफ्ती अब्दुल रज्जाक, इकबाल मैदान स्थित तर्जुमा वाली बड़ी मस्जिद में रहते थे।  मुफ्ती साहब को गुरुवार को दोपहर भोपाल टॉकीज के पास कब्रिस्तान में दफनाया गया।