जब पापा की शादी के गवाह बने बच्चे, मम्मी भी नवेली दुल्हन की तरह शरमा रही थीं
किसी बारात को घटना-दुर्घटनावश थाने में जाते तो देखा-सुना होगा, लेकिन यहां तो बारात सीधे जज साहब के सामने हाजिर हो गई। मामला ही कुछ अजीब था।
देवास, मप्र. आजकल कोर्ट मैरिज सामान्य बात हो चली हैं। लेकिन यह शादी नेशनल लोक अदालत में कराई गई। इस शादी में जितने घराती-बाराती थे, उससे कहीं ज्यादा दूसरे लोग। दूल्हा घोड़ी पर बैठकर बारात लेकर कोर्ट परिसर पहुंचा। यहां दुल्हन अपने तीन बच्चों के साथ पहले से ही मौजूद थी। दूल्हे का जज साहब के मार्गदर्शन में स्वागत किया गया। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। इस दौरान बच्चे हैरान भी थे, तो मम्मी को खिलखिलाते देख खुश भी। दरअसल, पवन और करुणा की अप्रैल 2008 में शादी हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं। पवन सिक्योरिटी गार्ड है। उसने करुणा को सिलाई-कढ़ाई का कोर्स कराया। करुणा भी अपने पैरों पर खड़े होना चाहती थी। लेकिन जैसे ही उसका कामकाज चल पड़ा, घर में कलह शुरू हो गई। पवन का आरोप था कि करुणा उसे प्रताड़ित करती है। वहीं करुणा का आरोप था कि सास ने कभी भी उसका ख्याल नहीं रखा। मामला कोर्ट तक जा पहुंचा। लोक अदालत में दोनों के बीच की कड़वाहट दूर कराई गई और दुबारा शादी। शादी के बाद यह परिवार फिर से एक होकर अपने घर लौटा। एक नई खुशियों के साथ।