हे भगवान! कोई पैदा ही हुआ था, किसी की उम्र 2 से 3 मंथ थी...एक चिंगारी और अस्पताल में कंकाल बन गए 10 नवजात
वीडियो डेस्क। महाराष्ट्र के भंडारा जिले में शनिवार देर रात करीब 2 बजे सरकारी अस्पताल में भीषण आग लग गई। आग नवजात केयर यूनिट में लगी। हादसे में इंटेंसिव केयर यूनिट में रखे 10 नवजात शिशुओं की मौके पर मौत हो गई। 7 बच्चों को जैसे-तैसे बचा लिया गया। मरने वाले बच्चों की उम्र एक दिन से लेकर 2-3 साल तक थी। दर्दनाक हादसे पर पीएम मोदी, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और अमित शाह ने शोक व्यक्त किया है। वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरा दुख व्यवक्त करते हुए पीड़ित परिजनों को 5-5 लाख रु. की मदद की घोषणा की है। सीएम ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं। आग लगने का कारण शॉर्ट शर्किट बताया जा रहा है।
बता दें, नवजात केयर यूनिट में सिर्फ वही बच्चे एडमिट होते थे, जिनकी हालत ज्यादा खराब होती थी। यहां पर कुल 17 बच्चे भर्ती थी। अस्पताल की नर्स ने बताया कि उसने वार्ड से धुंआ निकलता देखा था। उसने अन्य स्टाफ को बुलाया और फायरब्रिगेड को सूचना दी। आग बुझाने की कोशिश हुई लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। 10 बच्चे दम तोड़ चुके थे। 7 अन्य को किसी तरह से बचा लिया गया।
वीडियो डेस्क। महाराष्ट्र के भंडारा जिले में शनिवार देर रात करीब 2 बजे सरकारी अस्पताल में भीषण आग लग गई। आग नवजात केयर यूनिट में लगी। हादसे में इंटेंसिव केयर यूनिट में रखे 10 नवजात शिशुओं की मौके पर मौत हो गई। 7 बच्चों को जैसे-तैसे बचा लिया गया। मरने वाले बच्चों की उम्र एक दिन से लेकर 2-3 साल तक थी। दर्दनाक हादसे पर पीएम मोदी, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और अमित शाह ने शोक व्यक्त किया है। वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरा दुख व्यवक्त करते हुए पीड़ित परिजनों को 5-5 लाख रु. की मदद की घोषणा की है। सीएम ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं। आग लगने का कारण शॉर्ट शर्किट बताया जा रहा है।
बता दें, नवजात केयर यूनिट में सिर्फ वही बच्चे एडमिट होते थे, जिनकी हालत ज्यादा खराब होती थी। यहां पर कुल 17 बच्चे भर्ती थी। अस्पताल की नर्स ने बताया कि उसने वार्ड से धुंआ निकलता देखा था। उसने अन्य स्टाफ को बुलाया और फायरब्रिगेड को सूचना दी। आग बुझाने की कोशिश हुई लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। 10 बच्चे दम तोड़ चुके थे। 7 अन्य को किसी तरह से बचा लिया गया।