सरहद पर शहीद हुआ बूढ़े मां बाप का इकलौता सहारा, हर आंख से छलके आंसू जब मासूम ने पिता को दी मुखाग्नि

वीडियो डेस्क। अपने जन्मदिन के 8 दिन पहले यहां का एक बहादुर यौद्धा मातृभूमि पर मर-मिटा। करीब 17 साल की देशसेवा के बाद यह जांबाज अगले साल रिटायर होने वाला था। सैनिक ने अपने दोस्तों से प्रॉमिस किया था कि रिटायरमेंट की जबर्दस्त पार्टी देगा। उधर, पत्नी को भी इंतजार था कि पति के जन्मदिन पर वो कुछ खास करेगी। 

/ Updated: Feb 10 2020, 04:43 PM IST

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वीडियो डेस्क। अपने जन्मदिन के 8 दिन पहले यहां का एक बहादुर यौद्धा मातृभूमि पर मर-मिटा। करीब 17 साल की देशसेवा के बाद यह जांबाज अगले साल रिटायर होने वाला था। सैनिक ने अपने दोस्तों से प्रॉमिस किया था कि रिटायरमेंट की जबर्दस्त पार्टी देगा। उधर, पत्नी को भी इंतजार था कि पति के जन्मदिन पर वो कुछ खास करेगी। होली पर कुछ अलग तरह का रंग जमाएगी, लेकिन सब खत्म हो गया। हालांकि परिवार को फक्र है कि वो उसने देश पर अपनी जान न्यौछावर की है। उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में शनिवार को नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जबर्दस्त गोलीबारी की थी। इसमें लुहाकना खुर्द का लांस नायक राजीव सिंह शेखावत शहीद हो गए थे। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया।